शनिवार को बैतूल आएंगे जैन धर्म के यह महान संत
श्रमण संघ के आचार्य सम्राट परम पूज्य श्री आनंद ऋषि जी के सुशिष्य परम पूज्य आचार्य श्री शिव मुनि जी के आज्ञानुवर्तनी अरहम विज्जा प्रणेता, श्रमणसंघीय उपाध्याय पूज्य श्री प्रवीण ऋषि जी आदि ठाणा दो इंदौर में ऐतिहासिक चातुर्मास संपन्न कर उग्र विहार करते हुए 4 दिसंबर को अध्यात्म नगरी बैतूल पहुंच रहे हैं। श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ के प्रवक्ता हेमंत पगारिया ने बताया कि संस्कार क्रांति के प्रणेता उपाध्याय प्रवर, सामाजिक जीवन से सरोकार रखने वाले गर्भ संस्कार से लगाकर जीवन के अंतिम पड़ाव तक विभिन्न आयामों को लेकर अपने साधनामय जीवन से प्राप्त संदेशों को जन-जन में पहुंचाने के लिए विदर्भ छत्तीसगढ़ के प्रवास पर जा रहे हैं। संघ के सचिव मुकेश गोठी ने बताया कि 4 दिसम्बर को सुबह 9 बजे जैन स्थानक में प्रवचन एवं दोपहर 1 बजे से स्वाध्याय जिसमें जन्म से लेकर मृत्यु तक आत्मज्ञान कराया जाएगा। संघ के अध्यक्ष जयंतीलाल गोठी ने सभी श्रावक एवं श्राविकाओं से उपाध्याय प्रवर की अगवानी एवं स्थानक में उपस्थित रह कर धर्मलाभ लेने का अनुरोध किया है।