मौत के बाद भी धड़कता रहेगा विनय का दिल


उत्तम मालवीय (9425003881)
बैतूल। जिले के चिचोली क्षेत्र के ग्राम जोगली निवासी विनय गंगारे भले ही एक सड़क हादसे का शिकार होने के बाद इस दुनिया में नहीं रहे, लेकिन उनका दिल न केवल इसी दुनिया में रहेगा बल्कि धड़कते हुए वह कई लोगों की जिंदगी में खिलखिलाहट भी बरकरार रखेगा। ऐसा सम्भव होगा विनय के परिजनों की दानशीलता, संवेदनशीलता और उदारता से, जिन्होंने परिवार के एक महत्वपूर्ण सदस्य को खोने के बावजूद परोपकार की भावना दिखाते हुए उसके दिल (हार्ट) के साथ ही लीवर और किडनी भी दान कर दिए हैं। विनय के यह अंग दूसरों को जीवन दान दे सकेंगे। परिवार से सहमति मिलने के बाद डॉक्टरों ने भी बिना देरी किए कागजी कार्यवाही के बाद मृत शरीर से हार्ट, किडनी और लीवर निकाले और उन्हें किसी अन्य मरीज के लिए बॉम्बे भी रवाना कर दिए हैं। इससे मौत की दहलीज पर खड़े का एक अन्य युवक को नई जिंदगी मिल गई। जानकारी के अनुसार ग्राम जोगली निवासी विनय गंगारे (27) दशहरे के दिन ग्राम खापा में सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया था। दुर्घटना में घायल विनय को जिला अस्पताल भर्ती किया गया था। हालत गंभीर होने पर यहां से उसे 16 अक्टूबर को नागपुर रेफर किया गया। नागपुर के वोकार्ड अस्पताल में 5 दिन उपचार चलने के बाद 21 अक्टूबर को विनय की मौत हो गई। डॉक्टरों के अनुसार विनय गंगारे को टेस्ट के बाद ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था। इसके बाद मृतक के पिता शिवनारायण गंगारे और छोटे भाई अजय गंगारे ने मृतक विनय गंगारे के अंगों को दान करने की इच्छा जताई। इसके बाद मृतक का हार्ट, किडनी और लीवर का दान किया गया।

उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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