किसानों की दो टूक: बिजली नहीं मिली तो करेंगे भूख हड़ताल

  • लवकेश मोरसे, दामजीपुरा
      बैतूल जिले का आदिवासी अंचल दामजीपुरा क्षेत्र जो कालापानी कहा जाता था, की कालेपानी की सजा आज भी दूर नहीं हो पाई है। अभी तक क्षेत्र में बहुत सारी ऐसी समस्याएं विद्यमान हैं जो ग्रामीणों को परेशान कर रही हैं।इन्हीं में एक प्रमुख समस्या बिजली की है। इस समस्या को लेकर किसानों की बैठक आयोजित हुई जिसमें क्षेत्र के 20 गांव के लगभग 200 किसान भारतीय किसान संघ के बैनर तले उपस्थित हुए एवं उन्होंने अपनी समस्याएं रखी। बैठक में आगामी 22 दिसंबर को ज्ञापन सौंपने एवं फिर भी समस्या का निदान नहीं होने पर धरना, प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है।

    वर्तमान में क्षेत्र के किसान बिजली की समस्या से जूझ रहे हैं। इस वर्ष रबी की बोअनी किए महीना भर से ज्यादा समय हो चुका है, लेकिन उनके खेतों में अभी तक पानी की एक बूंद भी नहीं गई है। किसान अपनी फसल को लेकर चिंतित हैं। दूसरी ओर जनप्रतिनिधि एवं किसान नेता बड़े नेताओं एवं बिजली विभाग को पूर्व में सूचना भी दे चुके हैं एवं सांसद के माध्यम से महाप्रबंधक को भी क्षेत्र की समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन आज तक उसका कोई निदान नहीं निकल पाया है। दामजीपुरा फीडर में तीन क्षेत्र आते हैं जिसमें बिजली विभाग वाले 8-8 घंटे की बिजली सप्लाई कर रहे हैं, लेकिन वोल्टेज के नाम पर सिर्फ बल्ब में करंट मिल रहा है, मोटर पंप चालू नहीं हो पा रहे हैं। किसानों ने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि एक और डीजल 100 रुपये लीटर के आसपास मिलता है। अब हमारे पास ना तो डीजल पंप है और ना ही डीजल खरीद सकते हैं। बिजली विभाग के पास हमने कनेक्शन करा रखे हैं, लेकिन हमारी फसल सूख चुकी है। अब ऐसे में हमारा रोना हम किसके पास रोयें। एक बार और प्रयास करने के लिए सभी किसानों ने फैसला लिया है कि बुधवार 22/12/2021 को क्षेत्र के समस्त किसान कलेक्टर एवं महाप्रबंधक के पास ज्ञापन सौंपेंगे। अगर समस्या का समाधान नहीं होता है तो आने वाले समय में धरना-प्रदर्शन एवं भूख हड़ताल की जाएगी।

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