▪️ लोकेश वर्मा
World Heart Day 2022: दुनिया की कई खूबसूरत चीजों को देखा या छुआ नहीं जा सकता। उन्हें केवल दिल से महसूस किया जा सकता है। लेकिन, अगर हमारा ‘ह्रदय’ ही उन्हें महसूस करने के काबिल न रहे तो..? इसी ह्रदय को स्वस्थ बनाए रखने के लिए प्रति वर्ष विश्व ह्रदय दिवस मनाया जाता है। ताकि हम ईश्वर प्रदत्त सबसे अनमोल तोहफे ह्रदय के महत्व को समझें और उसका ध्यान रखें।
हृदय रोग पूरे विश्व में आज एक गंभीर बीमारी के तौर पर उभरा है। हर साल ‘विश्व हृदय दिवस’ (World Heart Day) के माध्यम से पूरे विश्व के लोगों में इसके बारे में जागरूकता फैलाई जाती है। अपने देश में तो अब कम उम्र के लोग भी इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं। दिल के रोगियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेश (WHO) ने दुनिया भर में विश्व हृदय दिवस साल 2000 से मनाने की घोषणा की। पहले यह दिवस सितम्बर माह के आखिरी रविवार को मनाया जाता है, लेकिन साल 2014 से विश्व हृदय दिवस 29 सितंबर को मनाया जाने लगा है।
तनाव से सबसे अधिक खतरा
इस बीमारी की सबसे बड़ी वजहों में से एक है ‘तनाव’ (stress)। तनाव हृदय का सबसे बड़ा दुश्मन है। आज की भागदौड़ वाली जीवन शैली में लोगों में तनाव कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। इसलिए इस बीमारी से पूरी तरह बचना तो मुश्किल है, लेकिन जहां तक संभव हो, इससे दूरी बनाए रखनी चाहिए।
ऐसे रहे तनाव से पूरी तरह मुक्त
तनाव के समय आवश्यकता होती है कि हम अपने हृदय की आवाज सुनें, हृदय को दुरुस्त रखने के लिए तनाव दूर भगाएं। तनाव के कारण मस्तिष्क से जो रसायन स्रावित होते हैं, वे हृदय की पूरी प्रणाली खराब कर देते हैं। तनाव से उबरने के लिए योग का भी सहारा लिया जा सकता है।
यह भूमिका निभाता है हृदय
हृदय हमारे शरीर का ऐसा अंग है, जो लगातार पंप करता है और पूरे शरीर में रक्त प्रवाह को संचालित करता है। हृदय संचार प्रणाली के मध्य में होता है और धमनियों और नसों जैसी रक्त वाहिनियां अशुद्ध रक्त को शरीर के हर भाग से हृदय तक ले जाती हैं और शुद्ध रक्त को हृदय से शरीर के हर भाग तक पहुंचाती हैं। हार्ट एक मुट्ठी के आकार का होता है और यह शरीर की सबसे मजबूत मांसपेशी है। हृदय प्रतिदिन लगभग एक लाख बार धड़कता है और 7500 लीटर रक्त पंप करता है।
इन कारणों से कमजोर हो रहा दिल
मजबूत और प्रभावशाली दिल धूम्रपान, तंबाकू का उपयोग अस्वस्थकर आहार खाने और तनाव में रहने से कमजोर हो रहा है। आज युवाओं में हृदयाघात और हृदय की बीमारियों की बढ़ती संख्या चिंता का विषय बन रही हैं। पहले जहां 30 से 40 वर्ष तक के बीच हृदय की समस्याएं आंकी जाती थीं, आज यह 20 वर्ष से कम उम्र के लोगों में भी होने लगी हैं।
हृदय की समस्याओं को गंभीरता से लें
ऐसे में हृदय की समस्याओं से बचने का एक ही उपाय है कि आप खुद अपनी कुछ सामान्य जांच करें और हृदय संबंधी सामान्य समस्याओं को भी गंभीरता से लें। हृदय के साथ होने वाली छेड़छाड़ का ही नतीजा है कि आज विश्व भर में कई तरह के हृदय रोग देखने को मिल रहे हैं। माना जाता है कि उच्च रक्त चाप ‘मधुमेह (डाइबिटीज) का सही नियंत्रण न करने एवं गुस्सा या चिंता अधिक करने वाले लोगों को जल्द हृदयाघात होने की आशंका होती है। इसलिए बचाव के लिए काफी कुछ परहेज रखने की जरुरत है।
सेहत के लिए रोज दें मात्र 30 मिनिट
लंबे समय बैठने और आलस्य से शरीर निष्क्रिय जीवन शैली का आदी बन जाता है। आजकल की भागमभाग में व्यायाम, योगिंग जोगिंग, साइकिलिंग, स्विमिंग, वाकिंग, मेडिटेशन नाम की बला से पाला ही नहीं पड़ता। ऐसे में हृदय रोगों की सम्भावना बढ़ रहीं है। ऐसे में अपने दिल का ख्याल रखें और दिन के 1440 मिनिट में से मात्र 30 मिनिट अपनी सेहत के लिए देना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक होता है। प्रतिदिन योग, व्यायाम आदि जो हो सके करिएं और स्वस्थ रहिए।