Weather Alert : मौसम विभाग ने 15 अक्टूबर से अगले एक सप्ताह तक देश के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं अगले दो दिनों में मध्यप्रदेश सहित आसपास के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। हालांकि पूर्वोत्तर, उत्तर पश्चिम भारत और पूर्वी भारत में इस दौरान बारिश की संभावना कम है।
मौसम विभाग द्वारा 15 अक्टूबर को जारी बुलेटिन के अनुसार अगले एक सप्ताह में दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के केरल और माहे, लक्षद्वीप, पुडुचेरी और कराईकल में व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। केरल और माहे, तटीय कर्नाटक, रायलसीमा में छिटपुट से लेकर व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा होगी।
अगले 3 दिनों के दौरान तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल, 4 दिनों के दौरान उत्तर कर्नाटक, 4 दिनों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, 4 दिनों के दौरान दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में छिटपुट से लेकर व्यापक रूप से हल्की से मध्यम वर्षा होगी। अगले 3 दिनों के दौरान उत्तर कर्नाटक, दक्षिण कर्नाटक, तेलंगाना में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल तथा दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश, यानम में अलग-अलग स्थानों पर 16 अक्टूबर को और 17 अक्टूबर को दक्षिण कर्नाटक में अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। केरल और माहे, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और रायलसीमा में 15 से 17 अक्टूबर के दौरान और तटीय कर्नाटक में 17 अक्टूबर को भारी बारिश की संभावना है।
18 अक्टूबर को केरल और माहे, 15 से 17 अक्टूबर के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग भारी वर्षा होने की संभावना है। 16-17 अक्टूबर को उत्तरी आंतरिक कर्नाटक और 17 और 18 अक्टूबर को लक्षद्वीप में भारी बारिश की संभावना है।
पश्चिम और मध्य भारत में यह स्थिति
अगले 2 दिनों के दौरान कोंकण और गोवा, गुजरात राज्य में छिटपुट से लेकर काफी व्यापक हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। अगले 5 दिनों के दौरान उसी क्षेत्र में छिटपुट हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है।
सप्ताह के दौरान मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ में छिटपुट हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। 15 अक्टूबर को कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
मानसून की यह है स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून असम, मेघालय, पूरे अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के शेष हिस्सों, उत्तरी बंगाल की खाड़ी के अधिकांश हिस्सों से वापस चला गया है। दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी की रेखा अब गोपालपुर, रायपुर, खरगोन, नंदुरबार, नवसारी से होकर गुजरती है।
यहां मानसून वापसी के अनुकूल परिस्थितियां
अगले 24 दिनों के दौरान देश के शेष हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं। इसके साथ ही दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत, दक्षिण और निकटवर्ती मध्य बंगाल की खाड़ी में पूर्वी और उत्तरपूर्वी हवाओं की स्थापना के साथ, उसी अवधि के दौरान दक्षिण पूर्व प्रायद्वीपीय क्षेत्र में पूर्वोत्तर मानसून वर्षा गतिविधि शुरू होने की संभावना है।
इस दिशा में बढ़ा लो प्रेशर एरिया
दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया और आज, 15 अक्टूबर 2024 को 05.30 बजे पर दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग पर एक अच्छी तरह से चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र के रूप में स्थित है। इसके तीव्र होने की संभावना है। एक दबाव का क्षेत्र पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर उत्तरी तमिलनाडु की ओर बढ़ता रहेगा।
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