विश्व जल दिवस पर MP के बैतूल शहर में जल संरक्षण के लिए अनूठी पहल की गई है। यहां शहर के हमलापुर क्षेत्र में जनसहयोग से तालाब निर्माण (pond construction) की शुरुआत की गई है। इस 12 हजार वर्गफीट में बनने वाले तालाब की क्षमता एक लाख गैलन मतलब 30 लाख लीटर की होगी।
तालाब बनाने के लिए मंगलवार सुबह ग्रीन टाइगर्स संस्था से जुड़े पर्यावरण प्रेमियों ने श्रमदान की शुरुआत की। बारिश के पहले-पहले 100 दिनों में तालाब का निर्माण पूर्ण किया जाएगा ताकि पानी तालाब में स्टोर हो सके। हमलापुर क्षेत्र में ग्रीन टाइगर्स संस्था द्वारा नराग्र वाटिका भी तैयार की जा रही है। वाटिका में लगे पौधों को पानी देने और जल संरक्षण के लिए युवाओं ने जनसहयोग से पिछले साल तीन तालाब खोदे थे। इसमें एक तालाब में वर्तमान में पानी है।
पहाड़ी के सीपेज का पानी तालाब में आने के कारण इसी के साइड में तालाब खोदने का प्लान तैयार किया। विश्व जल दिवस से तालाब खोदने के लिए श्रमदान शुरू किया। संस्था के तरुण वैद्य ने बताया 12 हजार वर्गफीट का तालाब खोदा जा रहा है । इसकी गहराई साढ़े चार फीट रहेगी। तालाब का निर्माण बारिश के पहले तक पूर्ण किया जाएगा। उन्होंने बताया इसके लिए प्रतिदिन शहर की प्रत्येक संस्था के युवाओं द्वारा श्रमदान किया जाएगा।
उन्होंने बताया तालाब में 30 लाख लीटर पानी स्टोर हो सकेगा। इसके साथ ही आस पास के लगभग एक किमी के रेडियस में भू-जलस्तर बढ़ेगा। तालाब निर्माण के शुभारंभ अवसर पर राजन पुरी, पर्यावरण प्रमुख दिनेश सोनी, साइक्लिंग ग्रुप के नगेन्द्र वागद्रे, समाजसेविका लीना ठेमस्कर, संदीप सूर्यवंशी सेंट्रल बैंक बैतूल, डॉ. अमोल बारस्कर नयन तारा, युवा कॉन्ट्रेक्टर सतीश सोनी, युवा उद्यमी नारायण पवार, आरडी पारधे सहित अन्य श्रमदानियों ने ग्रीन टाइगर्स बैतूल के साथ श्रमदान कर हाथ बंटाया।