Use of Used Tea Leaves: चाय बनने के बाद बची हुई पत्तियों का इस तरह कर सकते इस्तेमाल, है बहुत काम की

Use of Used Tea Leaves: चाय बनने के बाद बची हुई पत्तियों का इस तरह कर सकते इस्तेमाल, है बहुत काम की

Use of Used Tea Leaves: भारत में अधिकांश लोग सुबह की शुरुआत एक कप चाय के साथ करते हैं।इसे शरीर में एनर्जी आती है और यह हमारी रूटीन में भी शामिल है, लेकिन क्या आप जानते हैं चाय की पत्तियों का चाय बनने के बाद भी इस्तेमाल किया जा सकता है। आज हम आपको बची हुई चाय की पत्तियों का इस्तेमाल करने के बारे में बताएंगे।

बाल को चमकाने में मिलेगी मदद
इसके लिए सबसे पहले आप बची हुई चायपत्ती को अच्छे से धोकर उबाल लें। फिर इसे ठंडा करे के अपने बालों को धोए। आप जब भी शैंपू करें तो शैंपू के बाद इस पानी से अपने बालों को धो सकते हैं। ऐसा करने से आपके बालों में नेचुरल शाइन आएगी और आपके बाल मुलायम हो जाएंगे।

चोट जल्दी ठीक करने में सहायक
उबली चाय पत्ती में एंटी ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। इसका इस्तेमाल आप अपने घाव को ठीक करने में कर सकते हैं। चाय पत्ती को धो लें और साफ पानी में उसे एक बार फिर से उबाल लें। उसके बाद उसे पीस कर उसका लेप बनाकर घाव पर लगाएं और जिस पानी में उसे उबाला है उसे फेंके नहीं पानी से घाव को साफ करें इससे आपकी चोट जल्दी ठीक होगी।

शीशे भी चमका सकते
अक्सर शीशा साफ करते समय गौर किया होगा कि, जिस कपड़े से शीशा साफ कर रहे हैं उसमें कपड़े के रेशे शीशे पर चिपक जाते हैं, लेकिन आप उबली चाय पत्ती को साफ पानी में दोबारा उबालकर उसके पानी से शीशे पर स्प्रे करें और एक पेपर से साफ करें तो आपका शीशा चमक उठेगा।

पौधों में खाद का उपयोग
चाय की पत्ती का इस्तेमाल आप गार्डनिंग में भी कर सकते हैं। बता दें कि चाय की पत्ती पौधों के लिए भी ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर का काम करती है। इसके लिए चाय बनाने के बाद चाय की पत्ती को साफ पानी से धोकर पौधों में खाद की तरह छिड़क दें। इससे पौधों की ग्रोथ में मदद मिलेगी और पौधे हेल्दी बने रहेंगे।

उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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