UPSC Success Story: UPSC की परीक्षा को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इस परीक्षा पास करने का सपना तो हर कोई देखता है, लेकिन इसे पास केवल चुनिंदा लोग ही कर पाते हैं। वजह यह है कि इसे पास करने के लिए दिन रात मेहनत करनी पड़ती है। इसके साथ ही लगभग हर विषय का ज्ञान होना भी जरूरी है। बता दें कि इनमें सफल होने वाले उम्मीदवारों को उनकी रैंक और वरीयता के आधार पर IAS, IPS, IFS आदि के पद मिलते हैं।
”असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करों…” ऐसा लगता है कि यह पंक्ति आईएएस अंकिता चौधरी (IAS Ankita Chaudhary) के लिए ही लिखी गई थी। जीवन में आने वाली हर बाधा को पार करते हुए उन्होंने कड़ी मेहनत से सफलता हासिल की है और आईएएस अफसर बनीं। आइए जानते हैं अंकिता चौधरी के आईएएस ऑफिसर बनने की कहानी (IAS Ankita Choudhary Success Story)।
आईएएस अंकिता चौधरी का परिचय (UPSC Success Story)
आईएएस अंकिता चौधरी का परिवार बेहद ही साधारण और मिडिल क्लास है। अंकिता के पिता एक चीनी मिल में अकाउंटेंट हैं और मां हाउसवाइफ थी। अंकिता बचपन से ही एकाडमिक्स में काफी तेज थीं। वह स्वतंत्र और आत्मनिर्भर रहना पसंद करती थीं।
हरियाणा के रोहतक जिले के मेहम की रहने वाली आईएएस अंकिता चौधरी ने इंडस पब्लिक स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के हिंदू कॉलेज से केमिस्ट्री से ग्रेजुएशन पूरी की। अपने ग्रेजुएशन के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी करने की ठानी। आईआईटी दिल्ली से मास्टर की डिग्री हासिल करने के बाद वह यूपीएससी की तैयारी में जुट गईं।
पहले प्रयास में मिली असफलता
पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद अंकिता चौधरी ने यूपीएससी परीक्षा का पहला अटेंप्ट दिया था, जिसमें वह असफल हो गई थीं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो तैयारी के दौरान ही एक एक्सीडेंट में उनकी मां की मौत हो गई थी। इससे वह सदमे में चली गई थीं। तब उनके पिता ने उन्हें हौसला दिया था। फिर उन्होंने पहले प्रयास में हुईं अपनी गलतियों को एनालाइज कर दोगुनी मेहनत से सरकारी नौकरी (Sarkari Naukri) की तैयारी शुरू कर दी थी।
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दूसरे प्रयास में मिली सफलता (UPSC Success Story)
आईएएस अंकिता चौधरी ने साल 2018 में यूपीएससी परीक्षा के अपने दूसरे प्रयास में 14वीं रैंक हासिल की थी। यूपीएससी परीक्षा के उम्मीदवारों को अंकिता सलाह देती हैं कि वह अपनी तैयारी पूरी ईमानदारी के साथ करें और उसमें सफल होने के लिए सही रणनीति बनाना भी जरूरी है। उन्होंने ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन चुना था। अंकिता चौधरी फिलहाल सोनीपत की एडीसी के तौर पर कार्यरत हैं (IAS Ankita Choudhary Current Posting)।
युवाओं के लिए अंकिता की सलाह
अंकिता चौधरी का मानना है कि आपको यूपीएससी की तैयारी करने के लिए सबसे पहले खुद को अपनी ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान ही तैयार करना होगा। जैसे ही आपकी डिग्री खत्म हो आप बेहतर रणनीति बनाएं और सीमित किताबों के साथ तैयारी में जुट जाएं।
तैयारी के साथ साथ छोटे-छोटे नोट्स बना लें, जिससे परीक्षा से कुछ समय पहले आसानी से रिवीजन किया जा सकेगा। अंकिता के मुताबिक आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस भी मेंस परीक्षा के लिए काफी जरूरी होती है। जब हम कोई काम बोझ की तरह न करके इंज्वॉय करते हुए करते हैं तो सफलता मिलने के चांसेस बढ़ जाते हैं।