UPI Transaction Limit: आज कल ऑनलाइन पेमेंट का चलन है। देश के नगद लेनदेन से ज्यादा ऑनलाइन लेनदेन (UPI Transaction) किया जा रहा है। इसके जरिए लोगों को अपने पास कैश लेकर चलने की समस्या नहीं होती। आनलाइन लेनदेन में कई सुविधा भी बैंक और यूपीआई App की तरफ से यूजर्स को दी जाती है। सरकार भी ऑनलाइन लेनदेन को बढ़ावा देने रोज नए नए नियम ला रही है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI ने यूपीआई लाइट के जरिए ऑफलाइन ट्रांजेक्शन की लिमिट (UPI Lite Transaction Limit) आज से बदल दी है।
आरबीआई ने एक सर्कुलर जारी करते हुए कहा कि देश के जिन इलाकों में इंटरनेट नहीं है या फिर सिग्नल बेहद वीक है, उन इलाकों के लिए यूपीआई लाइट से ऑफलाइन मोड में ट्रांजेक्शन की लिमिट को 200 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है। बता दें अभी भी किसी भी प्लेटफॉर्म पर यूपीआई लाइट के माध्यम से टोटल ट्रांजेक्शन लिमिट 2000 रुपये की ही है।
क्या है UPI lite
UPI Lite सर्विस के जरिये ऑफलाइन यूपीआई पेमेंट कर सकते हैं। UPI Lite सर्विस BHIM यूपीआई ऐप पर काम करता है। डिजिटल पेमेंट को आसान बनाने के लिए इसे भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा साल 2016 में लॉन्च किया गया था। आपको पहले अपने बैंक अकाउंट से ऐप के वॉलेट में पैसे ऐड करने होंगे। फिर यूपीआई लाइट का उपयोग करके आप अपने वॉलेट में प्री-लोडेड मनी के जरिये पेमेंट कर सकते हैं।
कुल लेनदेन की सीमा
हालांकि, एक महीने के भीतर कुल 2,000 रुपये तक ही लेनदेन किया जा सकता है। इसका मतलब है कि एक व्यक्ति एक महीने में यूपीआई लाइट वॉलेट के जरिए कुल मिलाकर 2,000 रुपये तक की ट्रांजेक्शन कर सकता है।
एनएफसी लेनदेन: पिन सत्यापन की नहीं है जरूरत
आरबीआई ने एनएफसी (Near Field Communication) प्रौद्योगिकी के माध्यम से भी ऑफलाइन भुगतान की सुविधा प्रारंभ की है। इसमें पिन सत्यापन की जरूरत नहीं है, जिससे लेन-देन और भी आसान और तेजी से हो सकेंगे।
यूपीआई लाइट वॉलेट का लोकप्रियता में वृद्धि
यूपीआई लाइट वॉलेट बहुत ही लोकप्रिय हो चुका है। वर्तमान में इसके माध्यम से महीनेभर में एक करोड़ से भी अधिक लेन-देन हो रहे हैं।