▪️ उत्तम मालवीय, बैतूल
unique creativity of children : धर्म के साथ रचनात्मक कार्य (creative work with religion) हो तो आनंद दोगुना हो जाता है। शहर के आरडी पब्लिक स्कूल (RD Public School) में मनाए जा रहे गणेश उत्सव (Ganesh Utsav) में भी धर्म के साथ रचनात्मकता का यह अनूठा संगम देखने को मिल रहा है। इससे यहां आने वाले लोग आश्चर्यचकित होने के साथ ही आनंदित भी हो रहे हैं।
स्कूल के बच्चों ने स्कूल गणेश परिसर के समीन 14 घनफीट की भव्य रांगोली (gorgeous rangoli) बनाई है। यह रांगोली बच्चों ने अपने कला गुरू व युवा चित्रकार श्रेणिक जैन के मार्गदर्शन में कला शिक्षिका उमा सोनी के साथ मिलकर निर्मित की है। रांगोली की खास बात यह है कि इसमें बच्चों ने पत्थरों को रंगकर रंग बिरंगे पत्थर (colored stones) तैयार किए फिर उनसे रंगोली की डिजाईन तैयारी की।
बच्चों ने रांगोली के साथ रेता व बजरी का भी उपयोग किया। रांगोली बनाने में कक्षा 1 की वान्या गायकवाड़, सिम्मी यादव, आयजा सिद्दीकी, आरोही बजाज, रियांशी लिखितकर, आनवी श्रीवास्तव, प्रत्युशा कास्दे 8वीं कक्षा की इन्हें, मताली पवांर ने सराहनीय योगदान दिया। रंगोली की सभी के द्वारा प्रशंसा की जा रही है।
वैसे बच्चों के द्वारा गणेशोत्सव की शुरूआत ही रचनात्मकता के साथ ही गई थी। इससे पूर्व बच्चों ने अनुपयोगी फर्नीचर से गणेश जी को विराजमान करने के लिए आकर्षक मंदिर (Attractive temple with useless furniture) तैयार किया था। स्कूल में कलाकार बच्चों के द्वारा खराब बैंच-डेस्क की लकड़ी का उपयोग कर गणेश भगवान का मंदिर तैयार किया गया है। इसी में प्रतिमा स्थापित की गई है।
यह कार्य भी स्कूल के कला गुरू और युवा कलाकार श्रेणिक जैन के मार्गदर्शन में शिक्षिका उमा सोनी ने बच्चों कृतिका पवार, आस्था कापसे, मिताली पवार, रोशनी डोंगरदिए, वेदांत खांडवे से करवाया था। इस संबंध में श्री जैन ने बताया कि स्कूल में पड़े लकड़ी के डेस्क टॉप को काट-काट कर जोमेक्ट्रिकल फॉर्म में तैयार किया गया है। यह मंदिर भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।