▪️ मनोहर अग्रवाल, खेड़ी सांवलीगढ़
Today Betul News: जैसे-जैसे गर्मी की तपिश बढ़ रही है वैसे- वैसे ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट भी भयावह रूप धारण करते जा रहा है। भैंसदेही विकासखंड के अंतर्गत टप्पा तहसील झल्लार के समीप ग्राम कामीदा में तो पीने के पानी की बहुत बुरी हालत है। यहां ग्रामीणों को जान पर खेल कर और 50 फीट गहरे कुएं में उतरकर पानी का जुगाड़ करना पड़ रहा है।
कामीदा गांव के रामसिंह परते और भूरा लाल टेकाम ने बताया कि उन्हें पीने का पानी तक नसीब नहीं हो रहा है। 15 दिनों में एक बार पानी मिलता है। हैडपम्प भी दम तोड़ रहे हैं। ऐसी स्थिति में ग्रामीण गांव के 50 फीट गहरे कुएं मे उतरकर पीने के लिए पानी जुटाते हैं। यही हाल झल्लार के भी है। यहां भी नल जल योजना ने दम तोड़ दिया है। नल जल योजना एक पखवाड़े में चालू की जाती है। कहा जाता है कि यहाँ पानी पाताल में चला गया है। इससे जल स्तर बहुत ही कम हो गया है।
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ऐसे में ग्रामीणों ने एक सप्ताह पूर्व ग्राम चौपाल में आये जिला कलेक्टर अमनवीर सिंह बैस को भी पेयजल समस्या से अवगत कराया था, लेकिन अब भी कामीदा और झल्लार में बोर खनन नहीं किया गया है। वहीं ग्राम पंचायत भी पेयजल समस्या को लेकर गंभीर नहीं है। ग्राम पंचायत झल्लार के ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर बैतूल अमनवीर सिंह बैस से ग्राम झल्लार और कामीदा में पीने के पानी की त्वरित व्यस्था करने की मांग की है।