Tanisha Mukherjee : तनीषा मुखर्जी अभिनेत्री होने के साथ साथ फिल्मों के बारे में गहन ज्ञान रखती है। वे समय मिलने पर अच्छी फिल्मे जरूर देखती हंै। उन्होंने हाल ही में संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म एनिमल देखी थी और उन्होंने इस फिल्म के विभिन्न पहलुओं पर अपनी राय ईमानदारी से व्यक्त की।
एनिमल फिल्म के बारे में बात करते हुए, तनीषा ने नारीवाद पर अपने सकारात्मक रुख पर जोर देते हुए कहा, ठीक है, एनिमल के बारे में मेरी राय यह है कि यह बिल्कुल भी नारी-विरोधी फिल्म नहीं थी। वास्तव में, मुझे लगता है कि यह एक ऐसी फिल्म थी जो कई स्तरों पर समानता का समर्थन करती है। (Tanisha Mukherjee)
उन्होंने फिल्म में समानता के चित्रण की सराहना करते हुए फिल्म के कुछ द्रश्य उदाहरणों का हवाला दिया जैसे कि कैसे रणबीर का किरदार। जिसमें अपनी बहन को हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद पारिवारिक व्यवसाय की जिम्मेदारी संभालने के लिए प्रोत्साहित करता है। तनीषा ने ऐसे क्षणों को बिल्कुल शानदार पाया और फिल्म में रिश्तों के इस जरूरी चित्रण की सराहना की। (Tanisha Mukherjee)
तनीषा ने उस दृश्य पर भी बात की जहां रणबीर का किरदार अपने हनीमून के दौरान अपनी पत्नी को जूते पहनाता है। उन्होंने कहा, मुझे लगा कि यह सुंदर था, और फिल्म काफी हद तक नारीवाद के पक्ष में है, और रणबीर का किरदार भी ऐसा ही है। (Tanisha Mukherjee)
उन्होंने इस फिल्म की महिला विरोधी धारणा को खारिज करते हुए, महिलाओं से यह फिल्म देखने का आग्रह किया। तनीषा ने फिल्म के भरपूर मनोरंजन और डायरेक्टर के कौशल की प्रशंसा करते हुए, अपने परिवारों के लिए जिम्मेदार पुरुषों की मानसिकता को समझने के महत्व पर जोर दिया। (Tanisha Mukherjee)
ऐनिमल के विवादास्पद संवाद लिक माई बूट के बारे में तनीषा ने बताया, इस लाइन को काफी लोगों ने गलत संदर्भ में समझा है। उन्होंने इसकी ‘सच्चे प्यार की परीक्षा’ के रूप में व्याख्या की। दिलचस्प बात यह है कि जब वह स्त्री पात्र ऐसा करने को तैयार थी, तो पुरुष पात्र ने मना कर दिया। जिससे पर्दे के पीछे के गहरे अर्थ का पता चला। (Tanisha Mukherjee)
तनीषा ने फिल्म को कला का एक नमूना बताते हुए इसका बचाव करते हुए अंत में उन्होंने कहा कि, हमें यह समझने की जरूरत है कि कला, लोगों को अलग-अलग दृष्टिकोणों को सामने रखकर सोचने और उन पर चर्चा करने के लिए, मजबूर करने के बारे में है। (Tanisha Mukherjee)
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तनीषा मुखर्जी ने नारीवाद समर्थक विषयों, सही तरीके से चित्रण और सोचने लायक तत्वों के लिए एनिमल फिल्म की सराहना की, और उन्होंने दर्शकों से इस फिल्म की आलोचना को छोड़कर इसे देखने के लिए कहा और उन्होंने इस फिल्म के कलात्मक मूल्य की सराहना भी की। (Tanisha Mukherjee)
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