Success Story: जीवन में सफल होना कौन नहीं चाहता, हर इंसान चाहता है की वो अपने जीवन में सफल और कमीयाब हो लेकिन सफल बनने के लिए हमारे अंदर सबसे जरुरी जो चीज होना चाहिए वो है जिद और जूनून। जो लोग आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं उनके लिए असफलता, सफलता का ही एक रूप है, जो इनके जीवन में आता है और आएगा। आज हम आपको मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के लेपा गांव में किसान परिवार में जन्में ललित केशरे है जिन्होंने अपनी सच्ची लगन और हौसले से एक ऊंचा मुकाम हासिल कर लिया। आइए जानते हैं कैसे ललित ने लोगों के लिए निवेश आसान बनाने के मकसद से दोस्तों तक मिलकर ग्रो की शुरुआत की।
ललित का परिचय (Success Story)
ग्रो के को-फाउंडर ललित केशरे मध्य प्रदेश के एक किसान परिवार से संबंध रखते हैं। उन्होंने आज से 7 साल पहले हर्ष जैन, ईशान बंसल और नीरज सिंह के साथ मिलकर कंपनी की नींव रखी थी। ललित के पिता पिता मध्य प्रदेश के लेपा नामक एक छोटे से गांव में किसान हैं। उनके माता-पिता अभी भी वहीं रहते हैं। केशरे अपने दादा-दादी के साथ रहते थे। उन्होंने खरगोन में ही अपनी स्कूली शिक्षा हासिल की। 12वीं के बाद केशरे ने आईआईटी एंट्रेस पास किया और आईआईटी बॉम्बे में दाखिला लिया।
केशरे ने आईआईटी की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी शुरू की। उन्होंने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म फ्लिपकार्ट में भी काम किया। 2016 में फ्लिपकार्ट की लाखों रुपये महीने पैकेज वाली नौकरी छोड़ दी। छोड़कर उन्होंने फ्लिपकार्ट के ही अपने तीन सहयोगियों के साथ ग्रो की नींव रखी। जिस वक्त केशरे ने फ्लिपकार्ट छोड़ा उस वक्त वे प्रोडक्ट मैनेजर्स के रूप में फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस का काम देख रहे थे।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड (NSE) के आंकड़ों से पता चलता है कि सितंबर के अंत में ग्रो एक्टिव इनवेस्टर के मामले में जेरोधा से आगे निकल गई है। जेरोधा के प्लेटफॉर्म पर 64.8 लाख एक्टिव इनवेस्टर थे, जबकि इसके मुकाबले ग्रो पर 66.3 लाख एक्टिव यूजर्स थे। हालांकि आमदनी के लिहाज से जेरोधा अभी भी देश की सबसे बड़ी ब्रोकिंग फर्म बनी हुई है। वित्त वर्ष 2023 के अंत में जीरोधा के ग्राहकों की संख्या 63.9 लाख हो गई, जबकि Groww के पास 53.7 लाख ग्राहक थे।
ग्रो के जरिए आज निवेशक सीधे म्यूचुअल फंड, स्टॉक, ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) और आईपीओ में निवेश कर सकते हैं। कंपनी ने हाल ही में अपने प्लेटफॉर्म पर प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ), सॉवरेन बॉन्ड के साथ-साथ वायदा और ऑप्शंस में निवेश करने के लिए यूजर्स के लिए एक सेवा शुरू की है। यानी इस ऐप के जरिए अब ग्राहकों के लिए निवेश करना आसान बन गया है, जिसकी वजह से ही इनका आइडिया चल निकला है।