Shreyans Daga Foundation Launches Manifestation Decoded Programme: यह कटुसत्य है कि आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में आम आदमी तनावग्रस्त (Stressed) हो रहा है। वह कम समय में अधिक-से-अधिक पाना और बड़े से बड़ा व्यक्ति होना चाहता है। भौतिकवाद ने इसे और भी तनावग्रस्त बना दिया है। हम अपने शारीरिक तथा मानसिक विकास से कोसों दूर होते जा रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में ध्यान और सजगता कुछ जीवन में अपनाना बहुत ही आवश्यक हो गया है।
ऐसे में यह हर्ष का विषय है कि तनाव ग्रस्त दिनचर्या में ऊर्जा का प्रवाह करने के लिए श्रेयांस डागा फाउंडेशन के तत्वाधान में ‘मैनिफेस्टेशन डिकोडेड’ (Manifestation Decoded) कार्यक्रम नि:शुल्क आयोजित किया जा रहा है। ‘मैनिफेस्टेशन डिकोडेड’, 28 – दिवसीय फ्री लाइव ऑनलाइन मेगा मास्टर कोर्स है, जो व्यापक कोर्स के माध्यम से जीवन में ध्यान और सजगता को आदत बनाने में मदद करता है, जिसे श्रेयांस डागा फाउंडेशन (Shreyans Daga Foundation) द्वारा लॉन्च किया गया है।
श्रेयांस और वरुण डागा ने डिजाइन किया कोर्स | Shreyans and Varun Daga designed the course
उल्लेखनीय है कि सदियों पुराने तत्त्वज्ञान, आधुनिक टेक्निक और वैज्ञानिक दृष्टिकोण (Old Philosophy, Modern Technique and Scientific Approach) के साथ सावधानीपूर्वक अध्ययन के माध्यम से यह कोर्स आज की दुनिया में मैनिफेस्टेशन, माइंडफुलनेस और मेडिटेशन (Manifestation, Mindfulness and Meditation) के बारे में सभी बातों को एक साथ जोड़ता है। अंग्रेजी और हिंदी में संचालित होने वाला यह कोर्स 3 सितंबर 2022 से शुरू होगा।
श्रेयांस और वरुण डागा भाइयों की जोड़ी ने कोर्स को वैज्ञानिक रूप से डिजाइन किया है ताकि प्रतिभागियों को आत्म-खोज, आरोग्य और रूपांतरण (Self-discovery, healing and transformation) की यात्रा पर ले जा सके। इसका लक्ष्य प्रतिभागियों को जीवन भर याद रहने वाला अनुभव प्रदान करना है जो वह 28 दिन तक रोजाना 2 घंटे समय देकर प्राप्त कर सकते हैं। प्रत्येक विषय गहराई में वैज्ञानिक रूप से समर्थित और विभिन्न वैश्विक आध्यात्मिक गुरुओं और वैज्ञानिकों के सर्वोत्तम ज्ञान को एक साथ लाने के लिए चुना गया है।
लॉन्च पर टिप्पणी करते हुए, श्रेयांस डागा ने कहा, “लोग खुद को व्यस्त रखने के लिए या कम से कम, विचलित करने के लिए ढेर सारी गतिविधियों के साथ व्यस्त जीवन जीते हैं। वे जिस चीज को पाने के लिए संघर्ष करते हैं, वह है व्यस्तता में आनंद, अराजकता में शांति और विकर्षणों में आनंद (Pleasure in busyness, peace in chaos, and joy in distractions)। यह पीढ़ी सबसे व्यस्त, सबसे अधिक जुड़ी हुई हो सकती है, लेकिन सबसे अकेली भी है। इस कोर्स को 28 दिनों में विभाजित किया गया है क्योंकि यह न केवल लोगों को आदतें बनाने में मदद करता है बल्कि कम्युनिटी की भावना (sense of community) को भी बढ़ावा देता है।
वरुण डागा ने कहा कि “इसके अलावा, यह लोगों को अपने भीतर ठीक होने में मदद करता है- इसके लिए उन्हें साधन, अभ्यास और टेक्निक (Tools, Practices and Techniques) दी जाती हैं जिसका उपयोग वह वे खुद को जमीन पर रखने, खुद को केंद्रित करने, काम पर ध्यान केंद्रित करने और अपनी पसंद को पुनः प्राप्त करने में कर सकते हैं। प्रतिभागियों को प्रत्येक सत्र के बाद प्रश्न पूछने और कम्युनिटी के साथ अपने अनुभव साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
अपनेपन और सौहार्द की भावना होगी विकसित
यह कोर्स प्रत्येक सदस्य को अपनेपन और सौहार्द की भावना (sense of belonging and harmony) देता है, जो एक ध्यान कार्यक्रम के लिए अद्वितीय है जिसे आमतौर पर एक एकल गतिविधि के रूप में देखा जाता है।
“मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं पर काबू पाने में लोगों की मदद करने के अलावा, कोर्स प्रतिभागियों को यह भी सिखाएगा कि कैसे अधिक सार्थक रिश्ते विकसित करें (How to develop more meaningful relationships), काम पर अपनी उत्पादकता बढ़ाएं (increase your productivity at work), एक लचीला रवैया विकसित करें (develop a flexible attitude) और बाहरी परिस्थितियों की परवाह किए बिना आनंद में रहें (be happy regardless of external circumstances)।
श्रेयांस डागा फाउंडेशन का दृढ़ विश्वास है कि बाहर निकलने का एकमात्र रास्ता अंदर है। जैसे-जैसे कोर्स आगे बढ़ता है, प्रतिभागी अपने अंतर में गहराई से उतरते हैं, अपने वांछित भविष्य को ठीक करने, बदलने और बनाने के लिए अपनी आंतरिक शक्ति की खोज करते हैं। यह कोर्स अभ्यास, तत्त्वज्ञान, समाधान का एक गुलदस्ता (A Bouquet of Practice, Philosophy, Solutions) प्रदान करता है जिसका प्रत्येक प्रतिभागी अलग – अलग उपयोग करेगा।
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अंग्रेजी और हिंदी में होगा लाइव सत्र
लाइव सत्र अंग्रेजी और हिंदी में होगा और सभी प्रतिभागियों के साथ इसकी रिकॉर्डिंग भी साझा की जाएगी ताकि वे इसे फिर से देख सकें। फाउंडेशन का उद्देश्य लोगों को उनकी उच्चतम क्षमता (highest capacity) तक पहुँचने के लिए सशक्त बनाना (to empower) और उन्हें अध्यात्म का विज्ञान (science of spirituality) सिखाकर उनकी इच्छाओं को वास्तविकता बनाना है। फाउंडेशन नियमित रूप से इन सत्रों को ऑनलाइन और ऑफलाइन आयोजित करता है जिससे लोगों को अपनी वास्तविक शक्ति (real power) खोजने में मदद मिलती है।