Rudharksh Mahotsav Sehore: पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव 16 से, देश भर से पहुंचेंगे लाखों श्रद्धालु

Rudharksh Mahotsav Sehore: Rudraksh Mahotsav in Pandit Pradeep Mishra's Kubareshwar Dham from 16th, lakhs of devotees will reach from all over the country

Rudharksh Mahotsav Sehore: पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबरेश्वर धाम में रुद्राक्ष महोत्सव 16 से, देश भर से पहुंचेंगे लाखों श्रद्धालु

Rudharksh Mahotsav Sehore: विख्यात कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के मध्यप्रदेश के सीहोर स्थित कुबरेश्वर धाम में आगामी 16 से 22 फरवरी 2023 तक रुद्राक्ष महोत्सव का भव्य आयोजन होने जा रहा है। इस महोत्सव में प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। महोत्सव को लेकर कुबरेश्वर धाम में जोर शोर से तैयारियां चल रही हैं। वहीं श्रद्धालु भी इस आयोजन को लेकर बेहद उत्साहित हैं।

इस भव्य आयोजन को लेकर श्री विट्ठलेश सेवा समिति सीहोर द्वारा आवश्यक जानकारियां सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है ताकि श्रद्धालुओं में कोई भ्रम या जानकारी का अभाव की स्थिति न रहे। सभी जानकारियां पहले से होने के कारण श्रद्धालुओं को किसी परेशानी का सामना भी नहीं करना होगा। समिति द्वारा दी जा रही जानकारी के अनुसार रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन 16 से 22 फरवरी तक होगा। इस दौरान बाबा के धाम में कथा का समय दोपहर 1 से 4 बजे तक है। कथा श्रवण के लिए गेट नंबर 3 से जाना होगा। वहीं शाम 7 बजे से 9 बजे तक प्रति दिन का समय भजन, कीर्तन, नृत्य, लीला दर्शन के लिए है। बाबा के धाम में 1 नंबर गेट बाबा के दर्शन और पूजन के लिए है। महोत्सव में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे अपने साथ कोई कीमती सामान लेकर नहीं आएं। साथ ही सभी भक्त सेवा का संकल्प लेकर आएं। समिति के स्थानों पर समिति द्वारा पार्किंग फ्री रखी गई है। वहीं कुछ भक्तों ने आने वाले श्रद्धालुओं को स्टेशन से कुबरेश्वर धाम पहुंचाने के लिए नि:शुल्क बस सेवा भी उपलब्ध कराई है।

नाश्ता और भोजन की निःशुल्क व्यवस्था (Rudharksh Mahotsav Sehore)

कुबरेश्वर धाम में सभी श्रद्धालुओं के लिए भोजन, नाश्ते, चाय के साथ ही रुकने की व्यवस्था पूरी तरह निःशुल्क है। बाबा के धाम में भोजन का समय सुबह 10 से शाम 7 बजे तक है। भोजन के लिए गेट नंबर 2 से प्रवेश करना होगा। भक्तों से अपील की गई है कि भोजन ग्रहण करने के पश्चात अपने बर्तन स्वयं साफ करें। भक्त कंकर शंकर की धरा पर गंदगी ना करें क्योंकि पूरा स्थान बाबा का धाम है। आने वाले भक्तों के लिए सीहोर की सभी धर्मशालाओं में भी रुकने की व्यवस्था नि:शुल्क रहेगी। अतः आप सीहोर भी रह सकते हो।

चौबीस घंटे होगा रुद्राक्ष वितरण

कुबरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण 16 फरवरी से 22 फरवरी तक 24 घण्टे है। बाबा का रुद्राक्ष बाबा के धाम के कार्यालय से ही और निःशुल्क प्राप्त होगा। यदि कोई आपको रुपए-पैसे में देने का लालच देकर रुद्राक्ष दे तो समझ लेना वह निश्चित रूप से आपके साथ धोखा कर रहा है। समिति ने अपील की है कि ये रुद्राक्ष आप स्वयं लें। बाबा के धाम से नि:शुल्क लिया रुद्राक्ष ही कारगर होगा। बाबा का जो रुद्राक्ष है उसे समिति बेचती नहीं है और ना ही कोरियर द्वारा कहीं भेजती है। अतः किसी के झांसे में ना आएं। रुद्राक्ष प्राप्ति के लिए गेट नंबर 4 पर लाइन लगेगी।

उपचार के लिए यह रहेगी व्यवस्था (Rudharksh Mahotsav Sehore)

बाबा के धाम में मेडिकल जांच के लिए चिकित्सा टीम रहेगी। किसी को भी स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ होने पर डॉक्टर को अवश्य दिखाएं। वहीं डॉक्टर की एक टीम कथा पंडाल में चलते-फिरते इलाज करती रहेगी। बाबा के धाम में नि:शुल्क दवाई, आक्सीजन, एंबुलेंस की व्यवस्था रहेगी। वहीं शौचालय की व्यवस्था कथा पंडाल के पीछे, आगे एवं पूरे ग्राउंड में जगह-जगह की गई है। स्वच्छता का ध्यान रखने की सभी से अपील की गई है।

दान देते समय बरतें सावधानी

समिति की ओर से अपील की गई है कि आने वाले भक्त अपना दान श्री विट्ठलेश सेवा समिति के कार्यालय पर ही जमा करें और उसकी रसीद अवश्य लें। भक्त किसी के हाथ में अपनी दान की राशि हर किसी को कार्यकर्ता समझ कर नहीं दें। दान केवल समिति के कार्यालय में दे या जो दान पेटी लगी रहे उसमें डाले। आने वाले भक्त एक दूसरे को सहयोग प्रदान करें।

उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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