Rabi Season 2022 : सिंचाई के लिए लोड बढ़ते ही धड़ाधड़ उड़ने लगे ट्रांसफार्मर, नवंबर में ही बदले जा चुके हैं 350 से ज्यादा
Rabi Season 2022: रबी सीजन में फसलों की सिंचाई (irrigation of crops) के लिए बिजली की मांग (power demand) काफी बढ़ जाती है। यही कारण है कि ट्रांसफार्मरों पर लोड भी बेहद बढ़ जाता है। इससे ट्रांसफार्मर फेल होने की समस्या भी बढ़ जाती है। इस साल भी वही स्थिति बन रही है। रबी का सीजन शुरू होते ही धड़ाधड़ ट्रांसफार्मर फेल रहे हैं। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में ही अभी चालू नवंबर माह में ही 350 से ज्यादा ट्रांसफार्मर बदले जा चुके हैं।
मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड बैतूल वृत्त (MPMKVVCL) के प्रबंधक से प्राप्त जानकारी के अनुसार रबी सीजन (Rabi Season 2022) में अचानक लोड बढ़ने से ट्रांसफार्मर फेल होने की शिकायतें बढ़ी है। जिनको विभाग द्वारा तत्काल बदला जा रहा है। जिले में मात्र नवंबर माह में ही अब तक 350 से ज्यादा खराब ट्रांसफार्मर बदले जा चुके हैं।
कंपनी को ट्रांसफार्मर खराब होने की जैसी ही सूचना मिलती है, कंपनी द्वारा उसे तत्काल सुधारने/बदलने की कार्रवाई की जा रही है, जिससे जिले के किसानों को रबी सीजन में निर्बाध विद्युत की आपूर्ति की जा सके। कुछ क्षेत्रों में वोल्टेज की समस्या परिलक्षित हुई है, जिसका विभाग द्वारा यथोचित समाधान किया जा रहा है।
वर्तमान में रबी सीजन आने से भीमपुर विकासखंड के अंतर्गत चिल्लौर, दामजीपुरा क्षेत्र में लाइन की लंबाई अधिक होने के कारण तथा क्षेत्र में अधिक संख्या में अस्थाई एवं स्थाई नये कृषि कनेक्शन (उत्तर एवं दक्षिण दोनों संभागों के सर्वाधिक) आने से वोल्टेज की समस्या उत्पन्न हुई है। जिसके समाधान के लिए 132/33 केव्ही उपकेन्द्र चिचोली से 33/11 केव्ही उपकेन्द्र भीमपुर तक 22 किमी नई 33 केव्ही लाइन की स्वीकृति प्राप्त हुई है।
बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार इस कार्य को दु्रतगति से किया जा रहा है। यह कार्य 10 दिसंबर 2022 तक पूर्ण होने की संभावना है। इस कार्य के पूरा होते ही भीमपुर विकासखंड में वोल्टेज की समस्या से काफी राहत मिल सकेगी। इस समस्या से निजात मिलने से कृषकों को सिंचाई के लिए भी पर्याप्त और समुचित वोल्टेज में बिजली मुहैया हो सकेगी।
अभी तक इतने अस्थाई कनेक्शन दिए
मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी द्वारा कंपनी के कार्यक्षेत्र के भोपाल, नर्मदापुरम, चंबल एवं ग्वालियर संभाग के 16 जिलों के अंतर्गत कृषक उपभोक्ताओं को रबी सीजन में निर्बाध एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करते हुए 8 हजार 642 अस्थाई कृषि पम्प कनेक्शन दिये गए हैं। कंपनी द्वारा भोपाल रीजन में 7 हजार 348 एवं ग्वालियर रीजन में एक हजार 294 अस्थाई कृषि पम्प कनेक्शन दिये गए हैं।
कनेक्शन के लिए इतना शुल्क है तय
ग्रामीण क्षेत्र के कृषि उपभोक्ताओं को राज्य शासन द्वारा दी जा रही सब्सिडी घटाने के बाद थ्री फेज तीन हार्स पावर के अस्थाई पम्प कनेक्शन के लिए तीन माह के लिए 5 हजार 254 रूपये, चार माह के लिए 6 हजार 892 एवं पाँच माह के लिए 8 हजार 530 रूपये देय होंगे। पाँच हार्स पावर अस्थाई पम्प कनेक्शन के लिए तीन माह के लिए रू. 8 हजार 530 रूपये, चार माह के लिए 11 हजार 260 एवं पाँच माह के लिए 13 हजार 990 रूपये तथा साढ़े सात से आठ हार्स पावर अस्थाई पम्प कनेक्शन के लिए तीन माह के लिए 13 हजार 444, चार माह के लिए 17 हजार 812 एवं पाँच माह के लिए 22 हजार 180 रूपये देय होंगे। थ्री फेज दस हार्स पावर अस्थाई पम्प कनेक्शन के लिए ग्रामीण क्षेत्र के कृषि उपभोक्ताओं को तीन माह के लिए 16 हजार 720 रूपये, चार माह के लिए 22 हजार 180 रूपये एवं पाँच माह के लिए 27 हजार 640 रूपये देय होंगे।
एक अक्टूबर से लागू हैं यह दरें
कंपनी ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्र के कृषि उपभोक्ताओं के लिए अस्थाई पम्प कनेक्शन की दरें एक अक्टूबर 2022 से लागू हैं। उपभोक्ताओं को इन्हीं दरों पर अस्थाई पम्प कनेक्शन दिये जा रहे हैं। कंपनी ने बताया है कि उचित रेटिंग का कैपेसिटर लगा होने पर कैपेसिटर सरचार्ज देय नहीं होगा एवं उपभोक्ताओं को अस्थाई पम्प कनेक्शन के लिए न्यूनतम तीन माह का अग्रिम भुगतान अनिवार्य होगा।
अधिक राशि मांगे तो यहां करें संपर्क
कंपनी ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे अस्थाई कनेक्शन के लिए बिल राशि का भुगतान अधिकृत पीओएस मशीन के माध्यम से ही करें एवं भुगतान की रसीद अवश्य प्राप्त करें। अस्थाई कनेक्शनों की दरों के संबंध में अधिक जानकारी के लिए उपभोक्ता कंपनी के काल सेन्टर 1912, वेबसाइट portal.mpcz.in अथवा नजदीकी बिजली कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।