PM Vishwakarma Yojana : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर देश के लोगों को एक बड़ा तोहफा देते हुए ”विश्वकर्मा योजना” (Vishwakarma Yojana) लॉन्च कर दी है। इस योजना के तहत सभी कौशल वाले कारीगरों को ट्रेनिंग और लोन दिया जाएगा। इस योजना को लोकसभा चुनाव 2024 से पहले काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि मोदी सरकार इससे एक बड़े वर्ग को साधने की कोशिश भी कर रही है। इस योजना के तहत मिट्टी का काम करने वाले, जूते-चप्पल बनाने वाले और कपड़े सिलने जैसे कुल 18 पारंपरिक कारोबारों को विश्वकर्मा सर्टिफिकेट (Vishwakarma Certificate) और आईडी (ID) देकर पहचान दी जाएगी। आइए जानते हैं इस योजना से किसको मिलेगा फायदा?
3 लाख का मिलेगा लोन
सरकार की ओर से लॉन्च की गई इस योजना के तहत दिए जाने वाले लोन को विस्तार से समझें तो कुल मिलाकर इस स्कीम में 3 लाख रुपये तक का लोन देने का प्रावधान किया गया है। पहले चरण में बिजनेस करने के लिए लाभार्थी को 1 लाख रुपये का कर्ज दिया जाएगा और जब कारोबार शुरू हो जाएगा, तो फिर इस व्यवसाय को व्यवस्थित करने और इसका विस्तार करने के लिए पड़ने वाली पैसों की जरूरत को पूरा करने के लिए सरकार दूसरे चरण में 2 लाख रुपये तक का लोन प्रदान करेगी। इस योजना के तहत कारीगरों को डिजिटल लेनदेन में प्रोत्साहन और बाजार समर्थन प्रदान किया जाएगा।
हर रोज स्टाइपेंड के साथ ये फायदे
PM Vishwakarma Scheme के तहत ट्रेड में लोगों के कौशल को निखारने के लिए मास्टर ट्रेनरों के माध्यम से इन्हें ट्रेनिंग भी दी जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार ने तो इस योजना को राज्य में बड़े पैमाने पर लागू करने की तैयारी पहले ही शुरू कर दी है। सरकार इन 18 ट्रेडों से जुड़े लोगों को पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभार्थियों को स्किल ट्रेनिंग के साथ 500 रुपये प्रतिदिन स्टाइपेंड भी देगी।
किसको मिलेगा लाभ?
इस योजना के तहत शुरुआत में 18 तरह का काम करने वालों को चिह्नित किया गया है। इसमें शामिल हैं:- बढ़ई, नाई, सुनार, मोची, धोबी, दर्जी, राजमिस्त्री, कुम्हार, लोहार, हथियार बनाने वाले, नाव बनाने वाले, हथौड़ा और औजार बनाने वाले, ताला बनाने वाले, मूर्तिकार, टोकरी और चटाई की बुनाई करने वाले, गुड़िया और खिलौना बनाने वाले, माला बनाने वाले और मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले।
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क्या है प्रक्रिया? (PM Vishwakarma Yojana)
- बेसिक ट्रेनिंग के बाद 5 से 7 दिन में स्किल वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
- इच्छुक अभ्यर्थी 15 दिन की अडवांस ट्रेनिंग के लिए रजिस्ट्रेशन भी करवा सकते हैं।
- ट्रेनिंग के दौरान हर दिन 500 रुपये का स्टाइपेंड दिया जाएगा।
- टूलकिट के लिए इन्सेंटिव के तौर पर 15 हजार रुपये दिए जाएंगे।
- पहले चरण में 1 लाख रुपये का कोलैटरल फ्री लोन दिया जाएगा और दूसरे चरण में 2 लाख रुपये का लोन दिया जाएगा।
- पहले चरण के 1 लाख रुपये 18 महीने और 2 लाख रुपये 30 महीने में लौटाने होंगे।
- इस लोन पर ब्याज की दर सिर्फ 5 प्रतिशत होगी।
- बाकी अन्य खर्च सरकार खुद उठाएगी।
- इसके अलावा PM विश्वकर्मा योजना के तहत हर लेनदेन पर हर महीने अधिकतम 100 लेनदेन के लिए एक-एक रुपये दिए जाएंगे।
- नेशनल कमेटी फॉर मार्केटिंग (NCM) क्वालिटी सर्टिफिकेशन, ब्रांडिंग और प्रमोशन, ई-कॉमर्स लिंकेज, ट्रेड फेयर अडवर्टाइजिंग और प्रचार जैसे अन्य सहयोग देगी।