दरभंगा। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की शैक्षणिक योग्यता को लेकर पहले ही काफी चर्चा हो चुकी है। अब पीएम श्री मोदी बिहार के दरंभगा (Darbhanga, Bihar) जिले की ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी (Lalit Narayan Mithila University) से बीए का एग्जाम देने जा रहे हैं। इसके लिए एडमिट कार्ड (admit card) भी जारी कर दिया गया है। उनका पहला पेपर 14 सितंबर को होगा। यह हम नहीं कह रहे है बल्कि बिहार के दरभंगा जिले के ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से जारी एक प्रवेश पत्र कह रहा है।
दरअसल, इस विश्वविद्यालय में एक अजीब मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय ने कई छात्रों को एग्जाम में पूर्णांक से ज्यादा नंबर दिए हैं। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी के द्वारा बीए एग्जाम के लिए जारी किए गए एडमिट कार्ड में पीएम मोदी और बिहार के राज्यपाल फागू चौहान (Bihar Governor Fagu Chauhan) की फोटो भी लगा दी गई है।
जमकर वायरल हो रही यह फोटो
यह फोटो सोशल मीडिया में जमकर वायरल (photo viral in social media) हो रही है और लोग इस फोटो पर तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं। विश्वविद्यालय द्वारा गड़बड़ी का ये पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं।
100 में से दे दिए 151 नंबर
विश्वविद्यालय में गड़बड़ी का एक औऱ मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय के द्वारा यहां एक छात्र को पूर्णांक से ज्यादा नंबर दिया गया है। 100 नंबर के पेपर पर छात्र को 151 नंबर दिए गए हैं। जब छात्र ने अपना स्कोर कार्ड जारी किया तो छात्र हैरान रह गया।
पीएम मोदी देंगे बीए की परीक्षा | PM Modi will give BA exam
इसके साथ ही विश्वविद्यालय ने कला संकाय के तीसरे साल की लिए जारी किए गए एडमिट कार्ड में पीएम मोदी की फोटो लगा दी गई है। जानकारी के अनुसार, शनिवार को एक छात्रा ने विश्वविद्यालय की वेबसाइट से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड किया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की फोटो और साइन के साथ जारी हुआ है। छात्रा का नाम गुड़िया कुमारी लिखा है। इसके साथ ही राज्यपाल की फोटो वाला भी एडमिट कार्ड जारी किया गया है।
गलती के लिए छात्रों को ठहराया दोषी
इधर विवि प्रशासन ने इस गलती के लिए छात्रों को ही दोषी ठहराया है। विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. मुश्ताक अहमद (Dr. Mushtaq Ahmed) ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि मामला संज्ञान में आया है। उन्होंने बताया कि छात्रों को खुद अपने डॉक्यूमेंट्स अपलोड करने होते हैं। जिसके लिए उन्हें एक आईडी दी जाती है। छात्रों ने ही अपनी तरफ से राज्यपाल और प्रधानमंत्री की फोटो अपलोड की है। हालांकि इस मामले में जांच के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं।