Pandit Pradeep Mishra betul Katha Live: पूरा बैतूल इन दिनों देवाधिदेव महादेव की भक्ति में डूबा है। मां ताप्ती शिवपुराण समिति के तत्वावधान में यहां ताप्ती शिवपुराण कथा का आयोजन जारी है। पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा कथा सुनाई जा रही है। पहले दो दिन में ही श्रद्धालुओं की कथा में उपस्थिति ने नए-नए रिकॉर्ड बना लिए हैं। (Pandit Pradeep Mishra betul Katha Live)
लाइव कथा नीचे चल रही है आप नीचे जाकर सीधा प्रसारण देख सकते हैं
कथा के पहले दिन बारिश होने के कारण खेत होने के कारण दूसरे दिन कथा स्थल पर अधिकांश जगह कीचड़ था। इसके चलते स्वयं पंडित मिश्रा जी ने आह्वान किया था कि कथा स्थल पर आने के बजाय ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालु मोबाइल फोन और टीवी पर ही कथा सुने।
इसके बावजूद भोले के भक्त नहीं माने और पहले दिन से अधिक श्रद्धालु कथा स्थल पर पहुंचे। किसी ने खड़े रहकर और किसी ने कीचड़ पर बैठकर भी कथा सुनी और भोलेनाथ के प्रति अटूट आस्था व्यक्त की।
इस बीच जब भजन शुरू हुए तो पूरे उत्साह, उल्लास और उमंग के साथ भक्त उन भजनों पर झूमते और गाते भी नजर आए। अब जैसे-जैसे कथा आगे बढ़ती जाएगी, वैसे-वैसे भोले की भक्ति का यह रंग भी गाढ़ा होता चला जाएगा। कथा स्थल पर भक्तों की संख्या में भी लगातार इजाफा होता चला जाएगा। (Pandit Pradeep Mishra betul Katha Live)
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इन सबके बावजूद कई श्रद्धालु ऐसे हैं जो कि कथा सुनने आना चाहने के बावजूद भी नहीं आ पा रहे हैं। कोई अपने कामकाज या नौकरी में व्यस्त है तो कोई अस्वस्थ हैं, किसी को कोई जरूरी काम है तो किसी की कोई और मजबूरी है। ऐसे भक्तों को बिलकुल भी परेशान, मायूस या निराश होने की जरूरत नहीं है। हम पंडित प्रदीप मिश्रा जी के यू ट्यूब चैनल के माध्यम से प्रतिदिन आपको बैतूल में हो रही कथा लाइव सुना रहे हैं। आज तीसरे दिन की कथा भी आप नीचे दी गई वीडियो स्क्रीन पर क्लिक करके लाइव सुन सकते हैं। ठीक एक बजे कथा प्रारंभ हो जाएगी, जिसका आनंद आप उठा सकते हैं।
इससे पहले दूसरे दिन की कथा में मंगलवार को पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने उन सभी शिवभक्तों को धन्यवाद दिया जो इतने पानी में भी रात भर रूके रहे और भजन गाते रहे। इसके साथ ही किलेदार परिवार की भी मेहनत और विशाल हदय को सराहा कि उन्होंने आयोजन की सारी व्यवस्थाएं संभाली। इतनी बारिश में भोजन और आवास की व्यवस्था को न सिर्फ दुरूस्त किया बल्कि पूरे कथास्थल को कुछ घंटों के अंदर ही वापस कथा लायक बना दिया।
विधायकद्वय ने संभाला था मोर्चा
गौरतलब है कि कल पानी बारिश और कीचड़ के बीच जब कथास्थल पर हजारों लोग मौजूद थे। बारिश और कीचड़ में श्रद्धालुओं को दिक्कत होने की सूचना मिलते ही बैतूल और आमला के दोनों विधायक कथास्थल पहुंचे। आमला विधायक डॉ. योगेश पंडागरे जूते उतारकर कीचड़ में डोम तक पहुंचे व टै्रक्टर में खुद बैठकर काफी भक्तों को बाहर निकाला। बैतूल विधायक निलय डागा भी पहुंचे और परसोड़ा के अपने वेयर हाउस में हजारों भक्तों के लिए आवास नाश्ते, गर्म पानी की व्यवस्था की। दोनों विधायक देर रात तक कथास्थल पर जमे रहे और व्यवस्थाएं दुरूस्त करते रहे।
मां ताप्ती हमारा जीवन, इसे कैसे छोड़ दें
मां ताप्ती शिवपुराण कथा के द्वितीय दिवस पंडित प्रदीप मिश्र ने कहा कि मां ताप्ती हमारा जीवन है, जान है, उसे कैसे छोड़ दें। लोग भले ही हमें दिग्भ्रमित करें कि न शिव है न गणेश हैं और यह भी कहें कि अगरबत्ती नहीं लगाना चाहिए। लेकिन, आपको उनकी बातों पर ध्यान नहीं देना है। आपको तो मंदिर जाना है और एक नहीं चार अगरबत्ती लगाना है।
धर्मांतरण पर किया तीखा कटाक्ष
धर्मांतरण पर कटाक्ष करते हुए पंडित जी ने शिवभक्तों को सावधान किया। उन्होंने भगवान से जुड़े रहने का शानदार उदाहरण देते हुए बताया कि कोई अंधा कभी गिरता नहीं और न ही उसकी हड्डी टूटती है गिरने से। क्योंकि वो लाठी का सहारा लेकर ठोंककर, संभल कर चलता है। यदि हम भी शिव का सहारा लेकर संभलकर चलेंगे तो गिरने का सवाल नहीं।
अधर्मियों के बोल बिल्कुल न सुनें
जिस तरह ठंड या लू से बचने के लिए हम कान बंद कर लेते हैं, वैसे ही हमें अधर्मियों के बोल सुनने की बजाए कान बंद कर लेना चाहिए। बैतूल के लोगों की प्रशंसा करते हुए पंडित जी ने कहा कि यहां के लोगों ने ताप्ती मैया का जल पिया है, इसलिए बहकावे में नहीं आ सकते।
पंडित मिश्रा के भजन पर झूमते रहे
द्वितीय दिवस की कथा समापन पर आमला विधायक डॉ. योगेश पंडागरे, राजीव खंडेलवाल, हेमंत देशमुख, ताप्ती परिक्रमा समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र कपूर के साथ मुख्य यजमान संजय बाथरे, रश्मि बाथरे के साथ राजा ठाकुर आदि भक्तों ने भोलेनाथ और व्यासपीठ की आरती और पूजन किया।
Credit : www.youtube.com/@panditpradeepmishraofficial/streams