बैतूल जिले के प्रभातपट्टन ब्लाक के ग्राम मासोद में आज आग से तबाही की बड़ी घटना होते-होते बच गई। यहां गांव के पास खेतों में आग का तांडव करीब 5 घंटे तक चलता रहा। शुक्र था कि दमकल ने समय पर पहुंच कर नरवाई में लगी आग पर समय रहते काबू पा लिया। ऐसा नहीं होता तो आग ग्राम में पहुंच जाती और भरी तबाही मचाती। ग्रामीण इसलिए भी परेशान हैं कि नरवाई वाले खेतों में अपने आप आग लग रही है।
जानकारी के अनुसार मासोद ग्राम के समीप सुबह 10 बजे गेहूं के खाली खेत में अपने आप अज्ञात कारणों से आग लग गई। यह आग फैलते-फैलते लगभग 20 एकड़ खेतों में फैल गई। ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड को फोन लगाकर सूचना दी। इधर आग को बुझाने के लिए ग्रामीणों ने ट्रैक्टर के टैंकर और खेतों में कल्टीवेटर कर आग पर काबू पाना चाहा। पर चक्रवाती हवा के चलते एक खेत से दूसरे व दूसरे खेत से तीसरे खेत होते हुए कई खेतों में आग फैल गई।
इतना ही नहीं आग फैलते हुए ग्राम के समीप पहुंच गई। मुलताई-भैसदेही सीसी रोड के दोनों तरफ आग लगने से आग दो तरफा हो गई। गांव में आग फैलने का डर लगने लगा था। तब तक टैंकरों व ट्रैक्टर के माध्यम से खेतों में गहरी जुताई कर आग पर काबू पाने का विफल प्रयास किया गया। आखिरकार मुलताई के फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया।
ग्रामीणों का कहना है कि अगर 30 मिनट देरी से भी फायर ब्रिगेड पहुंचती तो मासोद की बस्ती में आग फैल जाती। फायर ब्रिगेड के पहुंच जाने से समय पर आग पर काबू पा लिया गया। सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक खेतों में आग सुलगती रही।
इस बीच कई हरे भरे पेड़-पौधे सहित डॉक्टर नामदेव मगरदे, डॉक्टर अनिल साबले, उदय सिंह ठाकुर के खेतों में बिछी पाइप लाइन जल गई एवं बंडू खंडवे के खेत का भूसा सहित खेतों में रखी जलाऊ लकड़ी भी जल गई। प्रमोद ठाकुर, नारायण ठाकुर, कुंडलीक कुबडे आदि के खेतों में नरवाई व जलाऊ लकड़ी जलकर खाक हो गई।