orgy of fire : पांच घंटे तक चला आग का तांडव, यदि थोड़ी भी लेट हो जाती दमकल तो मासोद गांव हो सकता था खाक

  • विजय सावरकर, मुलताई
    बैतूल जिले के प्रभातपट्टन ब्लाक के ग्राम मासोद में आज आग से तबाही की बड़ी घटना होते-होते बच गई। यहां गांव के पास खेतों में आग का तांडव करीब 5 घंटे तक चलता रहा। शुक्र था कि दमकल ने समय पर पहुंच कर नरवाई में लगी आग पर समय रहते काबू पा लिया। ऐसा नहीं होता तो आग ग्राम में पहुंच जाती और भरी तबाही मचाती। ग्रामीण इसलिए भी परेशान हैं कि नरवाई वाले खेतों में अपने आप आग लग रही है।

    जानकारी के अनुसार मासोद ग्राम के समीप सुबह 10 बजे गेहूं के खाली खेत में अपने आप अज्ञात कारणों से आग लग गई। यह आग फैलते-फैलते लगभग 20 एकड़ खेतों में फैल गई। ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड को फोन लगाकर सूचना दी। इधर आग को बुझाने के लिए ग्रामीणों ने ट्रैक्टर के टैंकर और खेतों में कल्टीवेटर कर आग पर काबू पाना चाहा। पर चक्रवाती हवा के चलते एक खेत से दूसरे व दूसरे खेत से तीसरे खेत होते हुए कई खेतों में आग फैल गई।

    इतना ही नहीं आग फैलते हुए ग्राम के समीप पहुंच गई। मुलताई-भैसदेही सीसी रोड के दोनों तरफ आग लगने से आग दो तरफा हो गई। गांव में आग फैलने का डर लगने लगा था। तब तक टैंकरों व ट्रैक्टर के माध्यम से खेतों में गहरी जुताई कर आग पर काबू पाने का विफल प्रयास किया गया। आखिरकार मुलताई के फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पाया।

    ग्रामीणों का कहना है कि अगर 30 मिनट देरी से भी फायर ब्रिगेड पहुंचती तो मासोद की बस्ती में आग फैल जाती। फायर ब्रिगेड के पहुंच जाने से समय पर आग पर काबू पा लिया गया। सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक खेतों में आग सुलगती रही।

    इस बीच कई हरे भरे पेड़-पौधे सहित डॉक्टर नामदेव मगरदे, डॉक्टर अनिल साबले, उदय सिंह ठाकुर के खेतों में बिछी पाइप लाइन जल गई एवं बंडू खंडवे के खेत का भूसा सहित खेतों में रखी जलाऊ लकड़ी भी जल गई। प्रमोद ठाकुर, नारायण ठाकुर, कुंडलीक कुबडे आदि के खेतों में नरवाई व जलाऊ लकड़ी जलकर खाक हो गई।

  • उत्तम मालवीय

    मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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