New Moter Vehical Act: नए मोटर व्हीकल एक्ट के विरोध में थमे सैकड़ों बसों और ट्रकों के पहिए, यात्री परेशान 

New Moter Vehical Act: नए मोटर व्हीकल एक्ट के विरोध में थमे सैकड़ों बसों और ट्रकों के पहिए, यात्री परेशान 
New Moter Vehical Act: नए मोटर व्हीकल एक्ट के विरोध में थमे सैकड़ों बसों और ट्रकों के पहिए, यात्री परेशान

New Moter Vehical Act: बैतूल। केंद्र सरकार द्वारा वाहन चालकों को लेकर हाल ही में बनाया गया नया मोटर व्हीकल एक्ट सरकार की गले की हड्डी बनता जा रहा है। इस कानून में संशोधन को लेकर पहले तो ज्ञापन, निवेदन तक सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन सोमवार अचानक बस चालकों ने विरोध स्वरूप अपनी-अपनी बसें ना चलाने का निर्णय ले लिया।

कोठी बाजार मुख्य बसस्टैंड पर बस चालकों ने बसें खड़ी कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे सैकड़ों की संख्या में अप-डाउन करने वाले सरकारी कर्मचारियों, शिक्षकों, बैंक कर्मियों और यात्रियों को बैरंग वापस लौटना पड़ा। बताया जा रहा है कि हड़ताल अगले तीन दिनों तक चलेगी। इससे सरकार को करोड़ों रुपए की हानि झेलनी पड़ सकती है। (New Moter Vehical Act)

इधर ट्रक ड्रायवरों ने भी मोर्चा खोलकर ट्रांसपोर्टरों के सामने अपने इरादें साफ कर ट्रक चलाने से साफ मना कर दिया है। इसके बाद ट्रांसपोर्टरों को भी इसका नुकसान को झेलना अब उनकी मजबूरी बन गई है। (New Moter Vehical Act)

450 बसों का संचालन अचानक बन्द (New Moter Vehical Act)

सोमवार सुबह जैसे ही यात्री अपनी यात्रा शुरू करने बस स्टैंड पहुंचे स्टैंड पर हंगामा मचा हुआ था। ड्रायवरों ने बस चलाने से साफ मना कर दिया। जिसका विरोध बस आपरेटर भी नहीं कर सके। काफी देर तक स्टैंड पर हंगामे जैसी स्थिति देखने को मिली। (New Moter Vehical Act)

ड्राइवरों के लिए न्याय संगत नहीं (New Moter Vehical Act)

बस ऑपरेटर हेमन्त वागद्रे ने बताया कि केंद्र सरकार ने जो कानून बनाया है। वास्तव में यह कानून ड्रायवरों के लिए कहीं से कहीं तक न्याय संगत नहीं है। अब ड्रायवरों ने तीन दिन की हड़ताल कर दी। जिसका नुकसान हम बस मालिकों को भी उठाना पड़ रहा है। बसें खड़ी रहने से काम बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। (New Moter Vehical Act)

श्री वागद्रे ने पूरी स्थिति स्पष्ट करते बताया कि चूंकि यह कानून केंद्र सरकार द्वारा  संसद में पास करवा लिया गया है। लिहाजा अब इसमें संशोधन की गुंजाइश भी लगभग खत्म हो चुकी है। अब इसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहे ट्रक ड्राइवर एसोसिएशन को सुप्रीम कोर्ट का सहारा ही एक मात्र विकल्प बचा हुआ है। (New Moter Vehical Act)

इसके माध्यम से ही कानून में संशोधन होना सम्भव है। ड्राइवरों की हड़ताल के बाद जिले में प्रतिदिन चलने वाली 450 बसें खड़ी हुई हैं। अब यह हड़ताल आगे क्या रूप लेती है यह आने वाला समय ही बताएगा। (New Moter Vehical Act)

हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे हम्माल (New Moter Vehical Act)

इधर कानून को लेकर उन ट्रक ड्रायवरों में भी आक्रोश व्याप्त है जो अपना घर परिवार छोड़कर महीनों अपने घर नहीं पहुंच पाते हैं। इसका भी विपरीत असर तब देखने को मिला जब जिले सहित शहरी क्षेत्र में 250 ट्रक खड़े कर दिए गए। अकेले बैतूल स्टेशन से ही सीमेंट, खाद एवं अन्य सामग्री ट्रकों के माध्यम से इधर-उधर भेजी जाती है, लेकिन ड्रायवरों की हड़ताल ने सब चौपट कर दिया। (New Moter Vehical Act)

रेलवे के गुड्स यार्ड में प्रतिदिन हम्माली करने वाले सैकड़ों हम्माल हाथ पर हाथ धरे बैठे नजर आए। ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष संजू राठौर एवं सचिव स्वप्निल चिंटू गौर ने बताया कि ट्रक ड्रायवरों की हड़ताल से ट्रक मालिकों को भी खासा नुकसान झेलना पड़ेगा। लगभग सभी गाड़ियां किश्तों पर चलाई जाती हैं। ट्रक खड़े होने से मालिक के सामने सबसे बड़ी समस्या किश्तें जमा करने की खड़ी हो जाएगी। (New Moter Vehical Act)

समय पर ट्रांसपोर्टेशन नहीं होने से कमाई का जरिया लगभग खत्म ही हो जाएगा। ट्रांसपोर्ट व्यवसाय से जुड़े अन्य कर्मचारियों की भी हालत खराब हो जाएगी। हालांकि तीन दिनों की हड़ताल बताई जा रही है पर ऐसे में नुकसान तो झेलना ट्रक मालिकों की मजबूरी बन चुकी है। (New Moter Vehical Act)

ड्रायवरों के लिए इधर कुआं उधर खाई जैसी स्थिति (New Moter Vehical Act)

सरकारी फरमान के जारी होने के बाद से ही बस और ट्रक ड्रायवरों के होश उड़ चुके थे। इस कानून में सरकार ने  दुर्घटना होने के बाद ड्रायवरों के खिलाफ 7 लाख रुपए के जुर्माने सहित जेल की सजा का प्रावधान किया है। ऐसी स्थिति में ड्रायवर अपनी आर्थिक स्थिति और अपनी जान को लेकर ज्यादा फिक्रमंद हैं। (New Moter Vehical Act)

बस चालक रामनाथ देशमुख ने स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया कि अक्सर सड़क दुर्घटनाएं अनायास ही होती हैं। दुर्घटना होने के तुरन्त बाद चालक-परिचालक को सबसे ज्यादा खतरा उस भीड़ से होता है जो बिना कुछ सोचे समझे जान लेने पर उतारू हो जाती है। वहीं अब यह परेशानी अलग झेलनी पड़ेगी। (New Moter Vehical Act)

ड्रायवरों की आर्थिक स्थिति वैसे ही खराब रहती है। हम कहां से 7 लाख रुपए का जुर्माना जमा करेंगे। सरकार ने बिना कुछ सोचे-समझे यह कानून हम पर लाद दिया है। (New Moter Vehical Act)

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