Navika Sagar Parikrama : इन विकट परिस्थतियों में 40000 किमी की समुद्री यात्रा करेंगी महिला अधिकारी

Navika Sagar Parikrama : भारतीय नौसेना 'नाविका सागर परिक्रमा' अभियान के दूसरे संस्करण के साथ दुनिया का चक्कर लगाने के असाधारण मिशन पर निकलने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस मिशन को लेकर नई दिल्ली में नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन की अध्यक्षता में एक पूर्वावलोकन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

Navika Sagar Parikrama : इन विकट परिस्थतियों में 40000 किमी की समुद्री यात्रा करेंगी महिला अधिकारी

Navika Sagar Parikrama : भारतीय नौसेना ‘नाविका सागर परिक्रमा’ अभियान के दूसरे संस्करण के साथ दुनिया का चक्कर लगाने के असाधारण मिशन पर निकलने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस मिशन को लेकर नई दिल्ली में नौसेना स्टाफ के उप प्रमुख वाइस एडमिरल कृष्णा स्वामीनाथन की अध्यक्षता में एक पूर्वावलोकन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

भारतीय नौसेना का नौकायन पोत तारिणी 02 अक्टूबर 2024 को दो साहसी महिला अधिकारियों- लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना के. और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए. के साथ इस चुनौतीपूर्ण अभियान पर रवाना होगी। इस ऐतिहासिक यात्रा को नेवल ओशन सेलिंग नोड, आईएनएस मंडोवी, गोवा से हरी झंडी दिखाई जाएगी।

Navika Sagar Parikrama : इन विकट परिस्थतियों में 40000 किमी की समुद्री यात्रा करेंगी महिला अधिकारी

महज पवन ऊर्जा के सहारे इतना सफर

आठ महीने की अवधि में, महिला अधिकारियों की यह जोड़ी बिना किसी बाहरी सहायता के, केवल पवन ऊर्जा पर निर्भर होकर, 21,600 समुद्री मील (लगभग 40,000 किलोमीटर) से अधिक की दूरी तय करेगी। यह जलयात्रा इन दोनों अधिकारियों की असाधारण वीरता, साहस और दृढ़ता को रेखांकित करती है, जो मानव सहनशक्ति की सीमाओं को पार करते हुए समुद्र की कठिनाइयों और मौसम की चरम स्थितियों का सामना करेंगी।

राह में आएंगे जोखिम भरे समुद्री रास्ते

इस जलयात्रा का मार्ग उन्हें तीन महान केप-केप लीउविन, केप हॉर्न और केप ऑफ गुड होप के आसपास के खतरनाक मार्ग सहित कुछ सबसे जोखिम भरे समुद्री रास्तों से होकर ले जाएगा। यह यात्रा न केवल उनकी व्यक्तिगत बहादुरी और कौशल का प्रमाण है, बल्कि उनकी अदम्य भावना और दृढ़ संकल्प को प्रदर्शित करते हुए नारी शक्ति के प्रति भारतीय नौसेना की प्रतिबद्धता का उत्सव भी है।

पहले अभियान में थी छह अधिकारी

इस अभियान की परिकल्पना भारतीय नौसेना द्वारा नाविका सागर परिक्रमा के उद्घाटन के साथ की गई थी, जो 2017 में छह अधिकारियों वाली पूर्ण महिला चालक दल द्वारा दुनिया की पहली भारतीय जलयात्रा थी। इस अभियान का दूसरा संस्करण असाधारण होगा क्योंकि ये दोनों अधिकारी डबल हैंड मोड में ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाली भारत की पहली अधिकारी होंगी।

कैप्टन दिलीप डोंडे थे पहले भारतीय

इससे पहले, कैप्टन दिलीप डोंडे (सेवानिवृत्त) 2009-10 में दुनिया का चक्कर लगाने वाले पहले भारतीय थे। इसके बाद, कमांडर अभिलाष टॉमी (सेवानिवृत्त) दो जलयात्राओं में भाग लेने वाले पहले एशियाई कप्तान थे और उन्होंने 2022 में गोल्डन ग्लोब रेस को पूरा करने की दुर्लभ उपलब्धि हासिल की थी। उल्लेखनीय है कि कमांडर अभिलाष टॉमी (सेवानिवृत्त) आधिकारिक संरक्षक के रूप में दोनों अधिकारियों के प्रशिक्षण से निकटता से जुड़े रहे हैं।

दोनों अधिकारियों ने साझा किए अनुभव

इस यात्रा के विभिन्न पहलुओं के साथ-साथ चालक दल द्वारा किए गए तैयारी अभियानों और प्रशिक्षण पर प्रकाश डालने वाली एक लघु फिल्म दिखाई गई। बातचीत के दौरान, दोनों अधिकारियों ने अपने अनुभव साझा किए और दृढ़ता एवं अदम्य भावना के प्रतीक आगामी अभियान के प्रति अत्यधिक विश्वास व्यक्त किया।

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उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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