MSP Gehu Kharidi : बैतूल। एक तो किसान वैसे ही समर्थन मूल्य पर गेहूं बिक्री में कोई रूचि नहीं ले रहे हैं। वहीं दूसरी ओर जिन किसानों ने सरकार को गेहूं बेचा है, उनमें से भी कई भुगतान का इंतजार कर रहे हैं। किसानों का लाखों रुपए का भुगतान अटका है। भुगतान नहीं होने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उनके जरुरी काम अटके हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बैतूल में समर्थन मूल्य पर उपज बेचने के लिए 20885 किसानों ने पंजीयन कराया था। अब तक 1 हजार 739 किसानों ने उपज बेचने के लिए स्लॉट बुक कराया है। किसानों ने बड़ी संख्या में पंजीयन तो करा लिए, लेकिन महज 1268 किसानों ने ही उपज बेची है।
इसके चलते अब तक जिले में 8047.50 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदी ही हो पाई है। इस वर्ष किसान समर्थन मूल्य में उपज बेचने के लिए दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। इसके कई कारण सामने आ रहे है। जिसमें से प्रमुख कारण यह है कि एक तो समय पर भुगतान नहीं हो रहा है। दूसरा किसानों को मंडी में भी समर्थन मूल्य के बराबर या ज्यादा दाम मिल रहे हैं।
भुगतान पाने काट रहे चक्कर (MSP Gehu Kharidi)
समर्थन मूल्य पर उपज बेचने वालों का भुगतान अटका है। किसान राशि पाने के लिए चक्कर काटने मजबूर हो रहे हैं। अब तक 1268 किसानों से 8047.5 मीट्रिक टन खरीदी हो चुकी है। इन सभी किसानों को 1931.41 लाख का भुगतान करना है। जिसमें से 1157.28 लाख का भुगतान हो चुका है।
- यह भी पढ़ें: Instagram Notify Feature Update : इंस्टाग्राम पर व्यूज बढ़ाना है तो करें इस Feature का भरपूर इस्तेमाल
अभी भी इतनी राशि बाकी (MSP Gehu Kharidi)
अभी भी 774.13 लाख का भुगतान अटका है। किसानों का आरोप है कि समय पर राशि का भुगतान नहीं किया जाता है। वहीं शासन के निर्देश है कि एक सप्ताह के भीतर किसानों को उपज का भुगतान करना है। अधिकारियों का कहना है कि कई बार राशि के भुगतान में थोड़ा विलंब हो जाता है, लेकिन राशि सभी किसानों को दी जाती है।
जिले को इतना मिला लक्ष्य (MSP Gehu Kharidi)
जिले में खरीदी की रफ्तार बहुत धीमी गति से चल रही है। अब तक महज 8047.50 मीट्रिक टन ही गेहूं की खरीदी हो पाई, जबकि एक लाख मीट्रिक टन खरीदी का लक्ष्य मिला हुआ है। खरीदी की रफ्तार इसी तरह रही तो टारगेट पूरा होने की संभावना बिल्कुल भी नहीं दिख रही है।
अभी समर्थन मूल्य पर गेहंू खरीदी की तिथि को आगे बढ़ाकर 20 मई कर दिया है। खरीदी की तिथि तो बढ़ा दी, लेकिन इसके बावजूद भी किसान उपार्जन केन्द्रों पर नहीं पहुंच रहे हैं। इससे शायद ही लक्ष्य हासिल हो सके।
जल्द होगा भुगतान : डीएसओ (MSP Gehu Kharidi)
इस बारे में जिला आपूर्ति अधिकारी केके टेकाम का कहना है कि राशि का भुगतान शासन स्तर से किया जाता है। राशि सीधे किसानों के खाते में आती है। जिन किसानों का भुगतान नहीं हुआ है, उन्हें भी जल्द भुगतान किया जाएगा।
देश-दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | Trending खबरों के लिए जुड़े रहेbetulupdate.comसे | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए सर्च करेंbetulupdate.com