MP Weather Alert : मध्यप्रदेश में इन दिनों अधिकांश क्षेत्र में जमकर बारिश हो रही है। इसी बीच बुधवार को मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में 2 जिलों में अति भारी और 14 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं शेष जिलों में वज्रपात और आंधी-तूफान की स्थिति बनने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग भोपाल ने आज जारी बुलेटिन में बैतूल और आगर मालवा जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार इन जिलों में वज्रपात और झंझावत के साथ ही 115.6 से 204.4 मिलीमीटर तक अति भारी बारिश हो सकती है। वैसे बैतूल में बुधवार सुबह से ही बारिश हो रही है।
यहां भारी बारिश की चेतावनी (MP Weather Alert)
इनके अलावा हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, छिंदवाड़ा, बालाघाट और पांढुर्णा जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में वज्रपात और झंझावत के साथ 64.5 से 115.5 मिलीमीटर तक बारिश होने की चेतावनी दी गई है।
इन जिलों में वज्रपात-झंझावात
अन्य जिलों में भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, धार, इंदौर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोंरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर जिलों में कुछ स्थानों पर वज्रपात और झंझावात की चेतावनी दी गई है।
घर में रहे, यात्रा से बचें (MP Weather Alert)
मौसम विभाग ने इस मौसम में बरती जानी वाली सावधानियों से भी अवगत कराया है। विभाग ने सलाह दी है कि ऐसे मौसम में घर के अंदर रहे, खिड़कियां और दरवाजे बंद करें और यदि संभव हो तो पात्रा से बचे।
पेड़ों के नीचे शरण न लें
सुरक्षित आश्रय में रहे, पेड़ों के नीचे शरण न लें तथा तूफान के दौरान जल निकायों से तुरंत बाहर निकलें। कांक्रीट के फर्श पर न लेटे और कंक्रीट की दीवारों का सहारा न लें। इलेक्ट्रिक्स/इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें एवं उन सभी वस्तुओं से दूर रहे जो बिजली का संचालन करती है।
पशुओं का भी रखें ध्यान (MP Weather Alert)
जानवरों को खुले पानी, तालाब या नदी से दूर रखें। रात के समय पशु को खुले स्थान पर न रखें। पशुओं का विशेष ध्यान रखे, पशुओं को विशेष संरक्षित एवं सुरक्षित पशु शेड में रखें। इसके अलावा, दोपहर के समय शेड के जानवरों को खुली चराई की अनुमति न दें।