MP NEWS : बैतूल। यूं तो सरकारी विभागों में लापरवाही कोई नई बात नहीं है। आश्चर्य की बात यह है कि जिले में अब चुनाव जैसे महत्वपूर्ण कार्य में भी लापरवाही खुलकर देखने को मिल रही है। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले (Betul district of Madhya Pradesh) में पंचायत चुनाव में आमला क्षेत्र में एक ऐसे प्रत्याशी को विजयी होने का प्रमाण पत्र थमा दिया गया था जो कि पहले ही अपना नामांकन वापस ले चुका था। अब नगरीय निकाय चुनाव (urban body elections) में स्वर्गलोक से धरती पर आकर चुनाव करवाने का फरमान जारी हुआ है।
बैतूल जिले के नगरीय निकाय सारणी, चिचोली और आठनेर में चुनाव होना है। इसके लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाकर उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आज 14 सितम्बर को पीठासीन अधिकारी और मतदान अधिकारी (Presiding Officer and Polling Officer) प्रथम चरण का प्रशिक्षण होना है। इसके लिए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी (Collector and District Election Officer) ने पहले ही सभी कार्यालय प्रमुखों को पत्र जारी कर दिया था। पत्र में साफ तौर से यह हिदायत दी गई थी कि चुनाव ड्यूटी लगाए जाने वाले लोकसेवकों की सूची में स्थानांतरित, निलंबित, सेवानिवृत्त एवं दिवंगत लोकसेवकों के नाम न हो। इसके बावजूद कार्यालय प्रमुखों द्वारा घोर लापरवाही बरती गई है।
इससे यह बात भी साफ हो रही है कि कार्यालय प्रमुखों को अपने ही अधीन कार्य करने वालों के बारे में पूरी-पूरी जानकारी नहीं है। लापरवाही का ऐसा ही एक मामला संकुल केंद्र शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बैतूल (Government MLB School, Betul) का सामने आया है। यहां से कार्यालय प्रमुख द्वारा निर्वाचन कार्य में जिनकी ड्यूटी लगाई गई है, उसमें एक ऐसे शिक्षक का नाम भी है जिनकी 14 अगस्त को ही मृत्यु हो चुकी है। शासकीय माध्यमिक शाला लापाझिरी (Government Secondary School, Lapajiri) में पदस्थ प्राथमिक शिक्षक केशोराव बेले की विगत 14 अगस्त को मृत्यु हो चुकी है। पूरा विभाग भी इससे वाकिफ है।
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इसके बावजूद उनकी चुनाव ड्यूटी लगा दी है। वहीं आज उन्हें प्रथम चरण के प्रशिक्षण में उपस्थित होने का आदेश भी जारी कर दिया गया है। कार्यालय प्रमुख प्राचार्य का यह आदेश मिलने से न केवल शिक्षक के परिजन आहत हुए हैं बल्कि वे यह सोचकर हैरान परेशान भी हैं कि वे दिवंगत हो चुके अपने परिजन को भला कैसे प्रशिक्षण में उपस्थित करवाए और कहां से उन्हें चुनाव करवाने के लिए भिजवाए।