MP New CM: उज्जैन में नहीं रुकता कोई मुख्यमंत्री फिर डॉ. मोहन यादव तो यहीं रहते, रात बिताई तो चला जाएगा CM का पद!

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MP New CM: उज्जैन में नहीं रुकता कोई मुख्यमंत्री फिर डॉ. मोहन यादव तो यहीं रहते, रात बिताई तो चला जाएगा CM का पद!
MP New CM: उज्जैन में नहीं रुकता कोई मुख्यमंत्री फिर डॉ. मोहन यादव तो यहीं रहते, रात बिताई तो चला जाएगा CM का पद!

MP New CM: कोई भी मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, राजा उज्जैन में रात नहीं बिताता हैं, क्योंकि जो भी यहां रात गुजारता हैं उसकी पदवी और सत्ता चली जाती हैं। अब हमारे नए सीएम साहब डॉ. मोहन यादव तो यहीं के रहने वाले हैं। अब सवाल उठता है कि ऐसे में वे क्या यहां रात बिता पाएंगे? क्या वह जब तक CM रहेंगे, उज्जैन नगरी में या ऐसा कहें अपने घर में रात नहीं बीता पाएंगे?

क्‍यों है ये मान्‍यता (MP New CM)

दरअसल, बाबा महाकाल को उज्‍जैन का राजाधिराज माना जाता है। बाबा महाकाल के नगर में कोई भी दो राजा राज में नहीं रह सकते। अगर ऐसा हुआ, तो यहां रात ठहरने वाले के हाथ से सत्‍ता चली जाती है। ऐसे कुछ प्रमाण भी हैं, जो इस बात का सबूत देते हैं कि यह सच है।

यहां जानिए क्यों खास है उज्जैन (MP New CM)

उज्जैन को पुण्य भूमि के नाम से जाना जाता है। बारह ज्योतिर्लिंग में से एक ज्योतिर्लिंग उज्जैन में भी है जिसे महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग कहते हैं। साथ ही उज्जैन में हजारों संत ऋषि ब्राह्मण जप और तप करने आते हैं। साथ ही यहां शुद्ध नदी क्षिप्रा या शिप्रा नदी है और हर 12 वर्ष से सिंहस्थ महाकुंभ मेला भी लगता है। उज्जैन के बारे में एक खास बात यह है कि यहां पर ओखर श्मशान है जहां पर शिवजी का वास होता है। उज्जैन के प्राचीन नाम अवन्तिका, उज्जयनी, कनकश्रन्गा आदि है।

जानिए मंदिर का इतिहास (MP New CM)

पौराणिक मान्यता अनुसार उज्जैन में दूषण नाम का राक्षस रहता था। पूरे शहर में उसका आतंक फैला हुआ था। लोग उससे त्रस्त होकर शंकर जी से रक्षा के लिए प्रार्थना और अराधना करने लगे। जिसके बाद शिवजी महाकाल रूप में प्रकट हुए और दूषण नामक दैत्य का वध कर दिया।

राक्षस से छुटकारा मिलने के बाद लोगों ने बाबा महाकाल से उज्जैन में रहने की बात कही। भगवान शिव ने लोगों के इस बात को स्‍वीकार किया और यहां ज्योतिर्लिंग के रूप में विराजमान हो गए। बाबा महाकाल मंदिर को पृथ्वी का नाभि स्थल भी कहा जाता है क्योंकि इस मंदिर के शिखर से कर्क रेखा होकर गुजरती है।

बाबा महाकाल से बड़ा शासक नहीं? (MP New CM)

एक मान्यता है कि उज्जैन के राजा भगवान महाकालेश्वर यानी बाबा महाकाल हैं। इनसे बड़ा शासक कोई नहीं है। किंवदंति के मुताबिक कोई भी राजा उज्जैन में रात में ठहरता नहीं है। इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि एक शहर में दो राजा नहीं ठहर सकते हैं। अगर कोई भी राजा, मंत्री या नेता यहां रात में ठहरता है, तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।

महाकाल के पुजारी बोले- वे यहां सेवक के रूप में रहेंगे (MP New CM)

मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा के साथ उनके उज्जैन में रात्रि विश्राम को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। किवदंती है कि उज्जैन में कोई दूसरा राजा रात नहीं रुक सकता। महाकालेश्वर यहां के महाराजा हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री के यहां रात्रि विश्राम से बचते हैं। वे इंदौर, देवास में रात्रि विश्राम करते हैं। (MP New CM)

पीएम मोदी सिंहस्थ में उज्जैन आए थे, तब उन्होंने शहर से 11 किलोमीटर दूर निनोरा में रात्रि विश्राम किया था। महाकाल के पुजारी रमण त्रिवेदी का कहना है कि मोहन यादव उज्जैन में सीएम नहीं महाकाल के सेवक के रूप में रहेंगे। उनके यहां रात्रि विश्राम को लेकर कोई परेशानी नहीं आएगी, क्योंकि वे यहीं के निवासी हैं।

महेश पुजारी कहते हैं- उज्जैन डॉ. मोहन यादव की जन्मस्थली है। वे यहां सीएम के रूप में रात्रि विश्राम नहीं सकते, लेकिन महाकाल के भक्त के रूप में वे यहां रुक सकते हैं। महाकाल के पुजारी पंडित प्रदीप गुरु का कहना है कि डॉ. मोहन यादव को परंपरा पता है। वे जानते हैं कि क्या करना है। पं. आशीष पुजारी ने बताया कि डॉ. मोहन यादव सीएम बाद में पहले यहां के निवासी हैं। यहां रात्रि विश्राम पर अड़चन नहीं है।

लोगों को भुगतना पड़ा है खामियाजा (MP New CM)

बताते हैं कि भारत के चौथे प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई यहां एक रात ठहर गए थे। दूसरे दिन ही उनकी सरकार गिर गई। वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने गलती से यहां एक रात बिता ली थी, तो 20 दिन बाद ही उन्‍हें अपने पद से त्‍याग देना पड़ा था। (MP New CM)

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