रात में अचानक पहुंचे अफसर तो जिला अस्पताल में मिला अव्यवस्थाओं का अंबार, सिविल सर्जन को कारण बताओ नोटिस, बदलेंगे सफाईकर्मी एवं सिक्युरिटी गार्ड

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▪️ उत्तम मालवीय, बैतूल

जिला अस्पताल की शिकायतों की जांच के लिए गठित टास्क फोर्स के अध्यक्ष एवं सीईओ जिला पंचायत अभिलाष मिश्रा ने शनिवार देर रात करीब 10 से 11 बजे के बीच जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण कर अस्पताल प्रबंधन की क्लास ली। इस दौरान उन्होंने ट्रामा सेंटर के प्रसूता वार्ड में साफ-सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं पाए जाने एवं सिक्योरिटी गार्ड की नामौजूदगी पर नाराजगी जाहिर करते हुए उक्त दोनों कर्मचारियों को बदलने के निर्देश दिए। साथ ही अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को सुधार लाने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ए.के. तिवारी को निर्देश देते हुए सिविल सर्जन डॉ. अशोक बारंगा को कारण बताओ नोटिस जारी करने को भी कहा।

जिला अस्‍पताल में व्‍यवस्‍था को लेकर बैतूल अपडेट ने उठाए थे सवाल

इस दौरान उन्होंने सफाई स्टाफ से दस मिनट के अंदर ट्रामा सेंटर की सफाई भी करवाई। उल्लेखनीय है कि बैतूल अपडेट ने 14 सितंबर को ‘जिंदगी की उम्मीद में जिला अस्पताल आने वालों को मौत के मुंह में पहुंचाने वालों को कौन देता है अभयदान..?’ शीर्षक में प्रकाशित समाचार में यही मुद्दा प्रमुखता से उठाया था कि प्रशासनिक अधिकारियों ने अब जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करना ही बंद कर दिया है।

जिला अस्पताल की शिकायतों की जांच के लिए गठित टास्क फोर्स के अध्यक्ष एवं सीईओ जिला पंचायत श्री अभिलाष मिश्रा ने देर रात करीब 10 से 11 बजे के बीच जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण कर अस्पताल प्रबंधन की क्लास ली।

इस दौरान उन्होंने ट्रामा सेंटर के प्रसूता वार्ड में साफ-सफाई व्यवस्था संतोषजनक नहीं पाए जाने एवं सिक्योरिटी गार्ड की नामौजूदगी पर नाराजगी जाहिर करते हुए उक्त दोनों कर्मचारियों को बदलने के निर्देश दिए। साथ ही अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को सुधार लाने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ए.के. तिवारी को निर्देश देते हुए सिविल सर्जन डॉ. अशोक बारंगा को कारण बताओ नोटिस जारी करने को भी कहा। इस दौरान उन्होंने सफाई स्टाफ से दस मिनट के अंदर ट्रामा सेंटर की सफाई भी करवाई।

निरीक्षण के दौरान सीईओ जिला पंचायत ने सिविल सर्जन से यह भी कहा कि वे अस्पताल में मरीजों के आने-जाने के रास्ते से ही प्रवेश करें, ताकि वहां की व्यवस्थाओं में सुधार लाया जा सके। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी ताकीद किया गया कि वे रात में भी जिला अस्पताल का निरीक्षण करें। सीईओ जिला पंचायत ने यहां मरीजों के परिजनों से भी बात की। साथ ही पूछा कि उपचार में कोई असुविधा तो नहीं है।

उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को स्पष्ट निर्देश दिए कि अस्पताल में मरीजों के लिए उपचार सुविधाएं नि:शुल्क है। किसी भी मरीज से बाहर से कोई भी उपचार सामग्री न बुलाई जाए। अस्पताल में चिकित्सकों एवं स्टाफ का ड्यूटी चार्ट स्पष्ट रूप से अंकित रहे। साथ ही ड्यूटी चार्ट में संबंधित का मोबाइल नंबर भी अंकित हो। जिला अस्पताल में रात्रि के दौरान अतिरिक्त स्टाफ की ड्यूटी लगाई जाए, ताकि आपातकालीन स्थिति में मरीजों को उचित सेवाएं दी जा सके। रात्रि के दौरान कॉल-ऑन-ड्यूटी डॉक्टर का रिस्पांस शीघ्रता से हो।

इस दौरान उन्होंने अस्पताल के रैफरल रजिस्टर एवं ड्यूटी रजिस्टर की भी जांच की। अस्पताल में पर्याप्त संख्या में डस्टबिन रखने के भी निर्देश दिए। सीईओ जिला पंचायत श्री मिश्रा ने जिला अस्पताल प्रबंधन को स्पष्ट रूप से चेतावनी दी कि किसी भी तरह की शिकायत मिलने पर वे तत्काल अस्पताल पहुंचेंगे एवं दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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