
MP Kisan News: मध्यप्रदेश में समर्थन मूल्य पर मूंग की खरीदी सोमवार से होना था। इधर बैतूल जिले में हाल यह है कि मंगलवार शाम तक भी खरीदी शुरू नहीं हो पाई थी। खरीदी शुरू होना तो दूर मंगलवार शाम तक केंद्र भी तय नहीं हो पाए थे। जिससे किसान स्लॉट तक बुक नहीं करवा पा रहे हैं। समर्थन मूल्य पर खरीदी कबसे होना है, यह महीनों पहले से तय था। इसके बावजूद कृषि विभाग ने समय रहते व्यवस्थाएं ना करके इस बात का प्रमाण दे दिया कि उसे किसानों की कितनी चिंता रहती है। यदि विभागीय अधिकारी समय पर खरीदी के इंतजाम कर लेते तो खरीदी समय पर प्रारंभ हो जाती और किसानों को परेशान नहीं होना पड़ता।
शासन द्वारा 12 जून से मूंग की खरीदी शुरू कर दी गई है। इसका पूरा कार्यक्रम और दिशा निर्देश पहले ही जिलों को भिजवा दिए गए थे। बावजूद इसके कृषि विभाग ने समय रहते खरीदी की व्यवस्थाएं करने में कोई रुचि नहीं ली। यही कारण है कि जिले में 13 जून को भी मूंग की खरीदी शुरू नहीं हो सकी। जिले में 8 हजार हेक्टेयर में मूंग की बुआई हुई है। इसमें से 3 हजार हेक्टेयर की उपज बेचने 2109 किसानों ने पंजीयन कराया है। नियम के अनुसार खरीदी प्रारंभ होने के पहले ही केन्द्रों को चिन्हित कर देना था। केंद्र चिन्हित होने के बाद ही किसान स्लॉट बुक करा सकते हैं। 300 से अधिक पंजीयन वाले क्षेत्र में खरीदी केन्द्र बनाए जाना था। लेकिन, पहले से ही तय होने के बावजूद जिले में विभाग केंद्र नहीं बना सका। किसान बेसब्री से मूंग की खरीदी प्रारंभ होने की राह देख रहे है।
इस रेट पर होगी मूंग की सरकारी खरीदी
ग्रीष्मकालीन मूंग की समर्थन मूल्य में खरीदी को लेकर शासन की तरफ से आदेश जारी किए है, जिसमें किसानों से 7755 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से मूंग खरीदी जाएंगी। मंडी की अपेक्षा समर्थन मूल्य अधिक होने के कारण किसान उपज बेचने में दिलचस्पी दिखा सकते हैं। लेकिन, विभाग की लापरवाही से जरूरतमंद किसान मंडी में उपज बेचने को मजबूर हो रहे हैं। यदि समय रहते सरकारी खरीदी शुरू हो जाती तो किसानों को मंडी में कम रेट पर मूंग नहीं बेचना पड़ता।
मंडी में रेट और आवक की स्थिति
कृषि उपज मंडी बडोरा में मूंग की आवक प्रारंभ हो गई है। मंडी में मूंग के अधिकतम भाव 7401 और प्रचलित भाव 7 हजार, न्यूनतम भाव 4500 रूपये प्रति क्विंटल है। जबकि समर्थन मूल्य में 7755 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदी की जाएंगी। खरीदी प्रारंभ नहीं होने के कारण कई किसान घाटा सहन कर मंडी में मूंग बेचने को मजबूर हैं। सोमवार को मंडी में 85 क्विंटल और मंगलवार को 36 क्विंटल मूंग किसानों ने बेची।