MP Breaking News: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने शनिवार को डिंडोरी जिले के शहपुरा विकासखंड में बिलगांव मध्यम सिंचाई परियोजना का औचक निरीक्षण कर ग्रामीणों और किसानों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने निरीक्षण के दौरान बांध में सीपेज होना पाये जाने पर जल संसाधन विभाग के कार्यपालन यंत्री बीजीएस सांडिया, सब इंजीनियर एसके चौधरी और एसडीओ एमके रोहतास को निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि बांध के तकनीकी परीक्षण के लिये भोपाल से एक उच्च-स्तरीय टीम भेजी जाएगी।
इसी दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान शासकीय हाई स्कूल बिलगांव भी पहुँचे, जहाँ उन्होंने बच्चों से शैक्षणिक व्यवस्था की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं से रू-ब-रू होते हुए अनेक प्रश्न भी किये। मुख्यमंत्री ने औद्योगिक क्रांति कहाँ से शुरू हुई, भाप का इंजन किसने बनाया, मोटा अनाज में कौन-कौन सी फसल आती हैं, बिलगांव में कौन-कौन सी फसलें बोई जाती हैं और वायु प्रदूषण नियंत्रण के उपाय आदि प्रश्न पूछे। छात्र-छात्राओं ने प्रश्नों का सकारात्मक उत्तर दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रोत्साहन स्वरूप विद्यार्थियों को पेन भेंट किये।
छात्रावास अधीक्षक को किया निलंबित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पिपरिया स्थित जनजातीय बालक आश्रम शाला बड़झर का निरीक्षण भी किया। यहाँ उन्होंने बच्चों से आश्रम में मिलने वाली सुविधाओं बिस्तर, कंबल, स्वेटर और भोजन आदि की जानकारी प्राप्त की। साथ ही शैक्षणिक व्यवस्था के बारे में भी जाना। आश्रम शाला में अनुपस्थिति और लापरवाही के लिये अधीक्षक कमलेश गोलिया को निलंबित करने के निर्देश दिये।
उप संचालक कृषि को किया निलंबित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम पंचायत अमठेरा के पोषक ग्राम बड़झर पिपरिया में किसानों द्वारा बीज वितरण संबंधी की गई शिकायत पर उप संचालक कृषि अश्वनी झारिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। वहीं डिंडौरी जिले में अच्छे कार्य करने वाले अधिकारी- कर्मचारियों को शहपुरा हेलीपेड पर पुष्प-गुच्छ देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि जन-कल्याण के कार्यों को बेहतर ढंग से संपादित करें। राज्य शासन अच्छे कार्य करने वालों को हर समय सम्मानित करेगा। लापरवाही एवं उदासीनता बरतने वाले अधिकारी-कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी।
मंडला में सिविल सर्जन पर निलंबन की गाज
भोपाल से कायाकल्प अभियान में कितनी राशि और उपकरण मिले हैं, उसका क्या उपयोग किया गया। पैथालॉजी टेस्ट प्रतिदिन कितने हो रहे हैं। डायलेसिस मशीन कैसे काम कर रही है, दवाओं की उपलब्धता क्या है और एम्बुलेंस की व्यवस्था क्या है, इसका लाभ कैसे लोगों को मिलता है… कुछ इस प्रकार के प्रश्न मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंडला जिला चिकित्सालय के औचक निरीक्षण के दौरान अस्पताल प्रबंधन से किये। उन्होंने चिकित्सालय में उपचाररत भर्ती मरीजों की व्यवस्था का जायजा लिया और पैथालॉजी लेब का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिला चिकित्सालय के सिविल सर्जन डॉ. कृपाराम शाक्य को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
कलेक्टर को व्यवस्था सुधारने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कलेक्टर हर्षिका सिंह को निर्देशित किया कि जिला चिकित्सालय की मूलभूत व्यवस्थाएँ सुधारें। मुख्यमंत्री ने चिकित्सालय में दवाइयों की उपलब्धता, स्टोर रूम की व्यवस्था तथा अभिलेखों की जांच भी की। श्री चौहान ने निर्देशित किया कि जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं की पुन: जांच करने के लिए भोपाल से विशेष टीम मंडला का दौरा करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिला चिकित्सालय के अलग-अलग वार्डों एवं व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जिला चिकित्सालय के लिए राज्य स्तर से भेजे गए स्वास्थ्य एवं जांच उपकरणों के इन्स्टॉलेशन की जानकारी भी मांगी।