March Equinox: पृथ्वी के अपने अक्ष पर झुके हुये सूर्य की परिक्रमा करते रहने से साल में दो इक्वीनॉक्स आते हैं, जिनमें से पहला 21 मार्च को है। इसके बारे में जानकारी देते हुये नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने विद्या विज्ञान कार्यक्रम के अंतर्गत बताया कि पृथ्वी के भूमध्य रेखा के उपर एक काल्पनिक रेखा पर 21 मार्च को सूर्य की स्थिति आ जाती है। 21 मार्च को पृथ्वी की धुरी न तो सूर्य की ओर झुकी है और न ही दूर है। इस कारण यह सूर्य की किरणों के लम्बवत है। 21 मार्च के दिन सूर्योदय ठीक पूर्व दिशा में होगा तथा सूर्यास्त ठीक पश्चिम दिशा में होगा।
सारिका ने बताया कि सोशल मीडिया में 21 मार्च को दिन और रात बराबर होने की बात कही जाती है। जबकि दिन की अवधि 21 मार्च को रात से लगभग 7 मिनिट अधिक होगी। दिन-रात बराबर होने की घटना इसके कुछ दिन पहले हो चुकी है।
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सारिका ने बताया कि एक अन्य भ्रांति यह है कि 21 मार्च के दिन अंडा अपने सिर पर खड़ा हो जाता है जबकि यह इसे अभ्यास करके साल के हर दिन खड़े किया जा सकता है। मार्च इक्वीनॉक्स की यह घटना 19, 20 या 21 मार्च को होती है। इस साल यह 21 मार्च को हो रही है। सन 2022 में यह 20 मार्च को हुई थी जबकि सन 2024 में यह स्थिति 20 मार्च को होगी।