बैतूल जिले के पाथाखेड़ा में स्थित वेस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड (WCL) की भूमिगत खदान में बीती रात बड़ा हादसा हो गया। यहां तवा-1 खदान में सपोर्ट लगाते समय एक भारी भरकम पत्थर गिर गया। इसके नीचे दबने से 2 कामगारों की मौत हो गई। जबकि एक गंभीर रूप से घायल है। उसे इलाज के लिए भर्ती कराया है। यह हादसा मुहाने से करीब 3 किलोमीटर दूर हुआ।
हादसे के संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात लगभग 10.30 बजे तवा-1 खदान के बगडोना क्रॉस कट 57 लेवल में डेवलमेंट के समय सपोर्ट लगाया जा रहा था। इस दौरान भारी भरकम पत्थर गिर गया। यह पत्थर अंबाडा निवासी सपोर्ट मजदूर चैतराम वरकड़े (30) और खैरवानी निवासी ठेका मजदूर भोला पर गिर गया। इससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं सुनील के दाहिने पैर में चोट लगी है।
बताया जा रहा है कि जहां हादसा हुआ, वहां रूफ के आगे-पीछे सपोर्ट नहीं था। हादसा दूसरी पाली में हुआ। उस समय सेक्शन में करीब 30 लोग मौजूद थे। मृतकों और घायल को खदान से बाहर लाने में डेढ़ घंटे से ज्यादा समय लग गया। खदान में हादसे की खबर लगते ही रेस्क्यू वेन लेकर टीम खदान पर पहुँची। साथ ही तीन एम्बुलेंस भी पहुँची। एम्बुलेंस से मृतकों और घायल को अस्पताल लाया गया। जांच उपरांत चिकित्सकों ने दो लोगों को मृत घोषित कर दिया। वहीं घायल सुनील का इलाज चल रहा है।
खदान में हादसे की खबर थोड़ी ही देर में पूरे पाथाखेड़ा क्षेत्र के अलावा डब्ल्यूसीएल और कोल इंडिया में फैल गई। यूनियन नेता व कोल कर्मी खदान और अस्पताल पहुंचे। देर रात तक अस्पताल में लोगों की भीड़ लगी रही। इसी बीच सूचना मिलते ही भारी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर पहुँच गया। जीएम से लेकर एपीएम और सभी खदानों के सब एरिया, मैनेजर भी अस्पताल पहुँचे।
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पुलिस अधिकारी और वेकोलि अफसर पहुंचे खदान
कोयला खदान में हादसा और दो लोगों की मौत की खबर लगते ही सारनी एसडीओपी राकेश जैन, टीआई रत्नाकर हिंग्वे, पाथाखेड़ा चौकी प्रभारी राहुल रघुवंशी दल बल के साथ डब्ल्यूसीएल अस्पताल पहुचे। इसके बाद टीआई के निर्देश पर मौके का निरीक्षण कर मौका नक्शा बनाने दो पुलिस कर्मी रात 1.30 बजे खदान में गए। जबकि एसडीओपी और टीआई खदान के मुहाने पर मौजूद रहे। इधर पाथाखेड़ा जीएम, एपीएम भी रात करीब 1.45 बजे तवा-1 खदान पहुंचे।
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हादसे से कोल कर्मियों में आक्रोश, बंद रही खदान
खदान में हादसे के बाद तवा-1 खदान में दूसरी पाली में काम पर गए ज्यादातर लोग मृतक और घायल को लेकर अस्पताल आ गए। इससे पहले एडवांस गैंग खदान में उतर गई। अस्पताल से खदान लौटकर कामगारों ने आक्रोश व्यक्त किया। इसके बाद रात्रि पाली में खदान में जाने से साथी कामगारों ने रोक दिया। इससे तीसरी पाली में खदान बंद रही।
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इस खदान में कार्यरत हैं 850 कामगार
पाथाखेड़ा क्षेत्र की तवा-1 खदान में तीन सेक्शन हैं। जिनमें डब्ल्यू-7, क्रॉस कट और मेन डीप शामिल है। इस खदान में 850 कर्मी कार्यरत हैं। फर्स्ट और जनरल में लगभग 350 लोग कार्य पर जाते हैं। जबकि सेकंड में लगभग 200 और नाईट में करीब 160-180 कर्मी कार्य पर जाते हैं। इस खदान से प्रतिदिन 1000-1200 मीट्रिक टन कोयला उत्पादन होता है।