▪️ लवकेश मोरसे, दामजीपुरा (बैतूल)
Kanha Shanti Vanam : आज जीवन में दौड़ भाग और व्यस्तताएं इतनी बढ़ गई है कि व्यक्ति खुद के लिए समय ही नहीं निकाल पाता है। यही कारण है कि कुछ-कुछ समय के बाद लोग शांति और सुकून के कुछ पल बिताना चाहते हैं। दुनिया और भारत में भी ऐसे कई स्थान हैं, जहां जाकर असीम शांति का अनुभव होता है। इन जगहों पर कुछ समय गुजारने से ही भागमभाग भरी जिंदगी को जीने के लिए बड़ी ऊर्जा हासिल होती है। कुछ ऐसे स्थान भी हैं जहां शांति और सुकून मिलने के साथ ही योगाभ्यास, बेहतर खान पान और जीवन जीने की कला सिखा कर जीवन के प्रति नजरिया ही बदल दिया जाता है।
यदि आप भी ऐसे ही किसी स्थान की तलाश में हैं तो आपके लिए विश्व स्तरीय मेडिटेशन सेंटर कान्हा शांति वनम (हार्टफुलनेस सेंटर) हैदराबाद एक आदर्श स्थान साबित हो सकता है। यह पूरा सेंटर लगभग 1300 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है। इसकी शुरुआत 1940 में रामचंद्र गुरुजी फतेहगढ़ (यूपी) के द्वारा की गई थी। आज यह मेडिटेशन के लिए पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बना चुका है। कान्हा में मेडिटेशन के लिए विश्व के 150 देशों एवं भारत के अलग-अलग राज्यों से लोग आते हैं। मेडिटेशन के लिए कान्हा सबसे उत्तम और पवित्र स्थान है। यहां इतनी शांति है और सुंदर वातावरण है जिसे लफ्जों से बयां कर पाना मुश्किल है। यहां लगभग 8 लाख विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए गए हैं। जिनमें कई औषधीय पौधे भी हैं। यहां पर मेडिटेशन को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आ चुके हैं एवं उन्होंने भी इस जगह की तारीफ की है।
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स्वास्थ्य का ध्यान रखना सबसे ज्यादा जरूरी
कान्हा में अलग-अलग दिनांक अनुसार मेडिटेशन का प्रशिक्षण दिया जाता है। यहां आने पर शांति मिलती है। यहां आकर ज्ञात होता है कि आत्मा से परमात्मा का मिलन कैसे होता है। यहां मेडिटेशन में बताया जाता है कि आज जिस प्रकार से दुनिया ने तरक्की की है वह तारीफ योग्य है, लेकिन समय किसी के पास नहीं है। इस भागमभाग में ना हम हमारे शरीर का ख्याल रख रहे हैं और ना ही ध्यान कर पा रहे हैं। चाहे कितना भी हम विकास कर ले या फिर तरक्की कर लें लेकिन जीवन में शांति बहुत जरूरी है। यह शांति हमें हार्टफूलनेस सेंटर कान्हा में मिलती है। लोगों का मानना है कि मेडिटेशन का एक सबसे अच्छा अगर सेंटर है तो वह है कान्हा शांति वनम हैदराबाद। इसलिए एक बार अवश्य शांति के लिए कान्हा पहुंचे और मेडिटेशन करें।
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यहां पर रहना, खाना सब होता है फ्री
कान्हा शांति वनम हैदराबाद रेलवे स्टेशन से 50 किलोमीटर दूर है। बस, टैक्सी आदि से कान्हा पहुंच सकते हैं। यहां जो पहली बार आ रहा है उसे किसी भी वालिंटियर का रिफरेंस लगता है और 6 दिवस के लिए रहना, खाना सब फ्री होता है। इनके वालिंटियर भारत के हर जिले और हर राज्य में है। हालांकि डायरेक्ट भी कान्हा आ सकते हैं और मेडिटेशन ले सकते हैं। मेडिटेशन सबके लिए नि:शुल्क है। यूट्यूब पर भी हार्टफुलनेस देखेंगे तो मेडिटेशन की जानकारी उपलब्ध है।
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इन्हें भी दिया जा रहा यहां प्रशिक्षण
नवंबर 2022 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कान्हा पहुंचे और मेडिटेशन किया। इसके बाद उनके द्वारा मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के सभी कर्मचारी, अधिकारी एवं मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास पाठ्यक्रम के परामर्शदाता और नवांकुर योजना अंतर्गत नवांकुर समितियों के प्रतिनिधियों को मेडिटेशन करवाया जा रहा है। दिसंबर 2012 से मार्च 2023 तक लगातार परामर्शदाताओं का संभाग अनुसार 5-5 दिवस का प्रशिक्षण कराया जा रहा है।
बैतूल जिले से इन्होंने पाई यहां ट्रेनिंग
बैतूल जिले से जन अभियान परिषद के लगभग एक सैकड़ा नवांकुर और बीएसडब्ल्यू, एमएसडब्ल्यू के परामर्शदाता कान्हा शान्ति वनम हैदराबाद पहुंचे और मेडिटेशन सीखकर आए हैं। अब वे जन अभियान परिषद की प्रस्फुटन समितियां और बीएसडब्ल्य, एमएसडब्ल्यू के विद्यार्थियों को हार्टफूलनेस मेडिटेशन सिखाएंगे। हैदराबाद जाने वालों में लवकेश मोरसे, बस्तीराम परते, पूजा मोरले, कमलेश लोखंडे, देवेन्द्र धोटे, प्रमोद जागरे, रामकिशोर धुर्वे, जंगलसिंग परते भीमपुर से, गोवर्धन राणे, आशुतोष चौहन, दिनेश मकोड़े, राजू सलामे, चरूमती वंजारे, कुलदीप आजाद आठनेर से, इंद्रदेव कावडकर, सुनील पवार, आशीष कोकने, भूपेंद्र पवार सहित प्रत्येक ब्लॉक से 10 प्रतिनिधि कान्हा शांति वनम हैदराबाद पहुंचे थे।