Increase In MSP 2024-25 : नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने विपणन सत्र 2024-25 के लिए सभी आवश्यक खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि को मंजूरी दे दी है। अब इस वर्ष में होने वाली खरीदी में किसानों को उनकी उपज के अधिक दाम मिलेंगे।
सरकार ने विपणन सत्र 2024-25 के लिए खरीफ फसलों के एमएसपी में वृद्धि की है, ताकि उत्पादकों को उनकी उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित किया जा सके। पिछले वर्ष की तुलना में एमएसपी में सबसे अधिक वृद्धि तिलहन और दालों के लिए की गई है। जैसे नाइजरसीड के 983 रुपये प्रति क्विंटल, उसके बाद तिल के 632 रुपये प्रति क्विंटल और तुअर/अरहर के 550 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाए गए हैं।
विपणन सत्र 2024-25 के लिए खरीफ फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणा के अनुरूप है। जिसमें एमएसपी को अखिल भारतीय भारित औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर तय किया गया है। किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर अपेक्षित मार्जिन बाजरा (77 प्रतिशत) के मामले में सबसे अधिक होने का अनुमान है। उसके बाद तुअर (59 प्रतिशत), मक्का (54 प्रतिशत) और उड़द (52 प्रतिशत) का स्थान है। बाकी फसलों के लिए, किसानों को उनकी उत्पादन लागत पर मार्जिन 50 प्रतिशत होने का अनुमान है।
यहां देखें किस फसल के कितने बढ़ाए गए दाम…
फसल | न्यूनतम समर्थन मूल्य 2024-25 | लागत* केएमएस 2024-25 | लागत पर मार्जिन (%) | एमएसपी 2023-24 | 2023-24 की तुलना में 2024-25 में एमएसपी में वृद्धि | ||
अनाज | |||||||
धान | सामान्य | 2300 | 1533 | 50 | 2183 | 117 | |
ग्रेड ए ^ | 2320 | – | – | 2203 | 117 | ||
जवार | हाइब्रिड | 3371 | 2247 | 50 | 3180 | 191 | |
मालदंडी” | 3421 | – | – | 3225 | 196 | ||
बाजरा | 2625 | 1485 | 77 | 2500 | 125 | ||
रागी | 4290 | 2860 | 50 | 3846 | 444 | ||
मक्का | 2225 | 1447 | 54 | 2090 | 135 | ||
दालें | |||||||
तुअर /अरहर | 7550 | 4761 | 59 | 7000 | 550 | ||
मूंग | 8682 | 5788 | 50 | 8558 | 124 |
फसल | एमएसपी 2024-25 | लागत* केएमएस 2024-25 | लागत पर मार्जिन (%) | एमएसपी 2023-24 | 2023-24 की तुलना में 2024-25 में एमएसपी में वृद्धि | |
उड़द | 7400 | 4883 | 52 | 6950 | 450 | |
तिलहन | ||||||
मूंगफली | 6783 | 4522 | 50 | 6377 | 406 | |
सूरजमूखी के बीज | 7280 | 4853 | 50 | 6760 | 520 | |
सोयाबीन (पीला) | 4892 | 3261 | 50 | 4600 | 292 | |
तिल | 9267 | 6178 | 50 | 8635 | 632 | |
नाइजरसीड | 8717 | 5811 | 50 | 7734 | 983 | |
कमर्शियल | ||||||
कपास | (मीडियम स्टेपल) | 7121 | 4747 | 50 | 6620 | 501 |
(लॉन्ग स्टेपल) | 7521 | – | – | 7020 | 501 |
इन फसलों को दिया जा रहा बढ़ावा
हाल के वर्षों में, सरकार इन फसलों के लिए उच्च एमएसपी की पेशकश करके अनाज जैसे दालों व तिलहन और पोषक अनाज/श्री अन्न के अलावा अन्य फसलों की खेती को बढ़ावा दे रही है।
पहले इतनी हुई बढ़ोतरी (Increase In MSP 2024-25)
खरीफ विपणन सत्र के अंतर्गत आने वाली 14 फसलों के लिए 2003-04 से 2013-14 की अवधि के दौरान, बाजरा के लिए एमएसपी में न्यूनतम निरपेक्ष वृद्धि 745 रुपये प्रति क्विंटल और मूंग के लिए अधिकतम निरपेक्ष वृद्धि 3,130 रुपये प्रति क्विंटल थी, जबकि 2013-14 से 2023-24 की अवधि के दौरान मक्का के लिए एमएसपी में न्यूनतम निरपेक्ष वृद्धि 780 रुपये प्रति क्विंटल और नाइजरसीड के लिए अधिकतम निरपेक्ष वृद्धि 4,234 रुपये प्रति क्विंटल थी।
2004-05 से 2013-14 की अवधि के दौरान, खरीफ विपणन सीजन के अंतर्गत आने वाली 14 फसलों की खरीद 4,675.98 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) थी, जबकि 2014-15 से 2023-24 की अवधि के दौरान, इन फसलों की खरीद 7,108.65 एलएमटी थी।
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इतना उत्पादन होने की संभावना (Increase In MSP 2024-25)
वर्ष 2023-24 के लिए उत्पादन के तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन 3288.6 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) होने का अनुमान है, तथा तिलहन उत्पादन 395.9 एलएमटी को छू रहा है। वर्ष 2023-24 के दौरान चावल, दालों, तिलहनों और पोषक अनाज/श्री अन्न तथा कपास का खरीफ उत्पादन क्रमश: 1143.7 एलएमटी, 68.6 एलएमटी, 241.2 एलएमटी, 130.3 एलएमटी तथा 325.2 लाख गांठ होने का अनुमान है।