IAS Success Story: यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) पास कर आईएएस बने उम्मीदवारों की कहानियां बहुत ही दिलचस्प और प्रेरणादायी होती हैं। कुछ आईएएस अफसर तो कम उम्र में यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) पास कर रिकॉर्ड बना लेते है तो कुछ लोगों को काफी लम्बे समय के बाद सफलता मिलती है। इनके कठिन सफर और खूबसूरत मंजिल की दास्तां किसी को भी प्रेरित करने के लिए काफी होती है। ऐसी ही एक कहानी है आईएएस अधिकारी कुशल जैन (IAS Officer Kushal Jain) की जिन्होंने स्वतंत्रता दिवस की परेड में डीएम को झंडा फहराते देखा और तब से उन्होंने ठान मन लिया कि आईएएस बनना है। आइए जानते है उनकी प्रेरणादायक कहानी के बारे में…
कुशल जैन का परिचय और शिक्षा
कुशल जैन मूल रूप से जबलपुर के रहने वाले है और इनका पढ़ाई-लिखाई अपने गाँव में ही पूरा हुआ। और इनके बारे में बताया जाता है की इनका बचपन से ही शौक था की वो आईएएस अधिकारी बने इसीलिए उन्होंने स्नातक तक के शिक्षा पूरा करने के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी। मां-पिता दोनो गवर्नमेंट सर्वेंट थे तो घर का माहौल भी कम्युनिटी सर्विस के प्रति बड़ा सकारात्मक रहा। ग्रास रुट पर जाकर काम करने की इच्छा ने ही यूपीएससी की तैयारी के लिए प्रेरित किया।
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स्कूली शिक्षा क्राइस्ट चर्च बॉयज से (IAS Success Story)
कुशल की स्कूली शिक्षा जबलपुर के क्राइस्ट चर्च बॉयज से हुई है। बेंगलुरु के एक प्रतिष्ठित संस्थान से कम्प्यूटर साइंस से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद दिल्ली में माइक्रोसॉफ्ट कंपनी में अच्छे पैकेज में नौकरी कर रहे थे, लेकिन करीब डेढ़ साल बाद ही सिविल सेवा में जाने का मन बना लिया। घर वालों से बात की और नौकरी छोड़कर तैयारी में जुट गए।
डीएम को झंडा फहराता देख मिली प्रेरणा (IAS Success Story)
कुशल जैन ने स्वतंत्रता दिवस की परेड में डीएम को झंडा फहराता देखा। जिसके बाद कुशल जैन ठान लिया था की आगे चल कर उन्हें आईएएस अधिकारी बनाना है। लेकिन सबसे खास बात यह है की यूपीएससी की तैयारी करने के लिए कुशल जैन ने कोई कोचिंग का सहारा नहीं लिया था।
तीन बार मिली असफलता (IAS Success Story)
कुशल जैन के लिए यूपीएससी का सफर आसान नहीं था। यूपीएससी की परीक्षा में कुशल जैन लगातार तीन बार असफल हो गए थे, उसके बाबजूद भी इसने हिम्मत नहीं हारी और चौथे प्रयास के लिए तैयारी शुरू कर दी। तीन बार असफलता के बाद उन्होनें खुद से कहा-असफलता से बड़ी सफलता है और उनका मनाना था कि जिस भी फील्ड में जाए उसमें रुचि होना जरूरी है। इन्हीं बतों को ध्यान में रखते हुए चौथे बार साल 2018 में यूपीएससी की परीक्षा में 40वां रैंक के साथ अपने नाम का परचम लहराया।
कुशल ने उम्मीदवारों को दिया ये मंत्र (IAS Success Story)
कुशल कहते है कि किसी भी युवा को यूपीएससी जैसे कठिन एग्जाम की तैयार एक निश्चित शेड्यूल के हिसाब से करनी चाहिए। आजकल ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीके से तैयारी की सुविधा है। सबसे पहले सफल उम्मीदवार को देखे-सुने कि उसने कैसे तैयारी की। फिर हर हफ्ते का टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई करें। मॉक टेस्ट दें और अपनी गलतियों से सीखें।
यूपीएससी के पिछले सालों के क्विसचन पेपर को जरूर देखना चाहिए। रिवीजन भी करते रहना चाहिए।कुशल कहते है कि सबसे बड़ी बात हिम्मत नहीं हारनी चाहिए, क्योंकि अधिकांश टॉपर पहले अटेम्प्ट में सफल नहीं होते है। वे भी गलतियां सुधार कर आगे बढ़ते है। सवाल इंटरव्यू के तो वो ऑब्जेक्टिव होता है और उसे हर कैंडिडेट अपने व्यक्तित्व के हिसाब से तैयार कर सकता है। (IAS Success Story)
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