
IAS Success Story : प्रतिवर्ष आयोजित होने वाली संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा को देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। यूपीएससी परीक्षा की तैयारी लाखों अभ्यर्थी करते हैं और इसे पास कर प्रशासनिक सेवा में शामिल होने का सपना देखते हैं। हालांकि कुछ ही अभ्यर्थी यूपीएससी की परीक्षा पास कर पाते हैं। लेकिन कुछ तो ऐसे होते है कि कई असफलता मिलने के बाद भी घबराते नहीं है, बल्कि अपनी गलतियों से सीखकर और अधिक मेहनत करते हैं, वही आगे चलकर सफलता प्राप्त करते हैं। आज ऐसे ही दिल्ली के नरेला में रहने वाली आईएएस (IAS) ऑफिसर नूपुर गोयल की कहानी बताने जा रहे हैं जो यूपीएससी की परीक्षा में कई बार इंटरव्यू क्लियर करने में असफल रहीं है। उसके बाद में हिम्मत नहीं हारी और आपने अंतिम प्रयास में आईएएस बनने के सपने को पूरा किया। आइए जानते है IAS नुपुर गोयल की सफलता की कहानी के बारे में…

IAS नुपुर गोयल का परिचय और शिक्षा (IAS Success Story)
बता दें कि नूपुर गोयल दिल्ली के नरेला की रहने वाली हैं। उन्होंने डीएवी स्कूल से 12वीं की पढ़ाई पूरी की है। वहीं दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से उन्होंने इंजीनियरिंग की है। नूपुर गोयल यूपी कैडर की 2020 बैच की आईएएस अफसर हैं। उनकी आईएएस बनने की कहानी बेहद ही प्रेरणदायी है।
इसके बाद उन्होंने इग्नू से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स पूरा किया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नूपुर को उनके चाचा से सिविल सर्विसेज में जाने की प्रेरणा मिली। उनके चाचा खुद आईएएस बनना चाहते थे, लेकिन सफल नहीं हो पाए, जिसके बाद नूपुर ने फैसला किया की वह इस परीक्षा को निकालकर रहेंगी।

ऐसा रहा यूपीएससी सफर (IAS Success Story)
साल 2014 में उन्होंने पहले ही प्रयास में प्रीलिम्स और मेंस एग्जाम क्लियर कर लिया। लेकिन इंटरव्यू में उन्हें सफलता नहीं मिली। दूसरे प्रयास में वह प्रिलिमनरी परीक्षा भी नहीं निकाल पाईं। तीसरे प्रयास में एक बार फिर वह इंटरव्यू तक पहुंचीं, लेकिन सफल नहीं हुईं। चौथे प्रयास में उनका प्री एग्जाम भी क्लियर नहीं हुआ। पांचवे बार फिर उन्होंने प्रयास किया और असफल हुईं।
इसी बीच उनकी नौकरी आईबी यानी इंटेलीजेंस ब्यूरो में भी लग गई। वह आईबी में बतौर इंटेलीजेंस ऑफिसर नियुक्त हुईं, लेकिन उनका आईएएस बनने का सपना अब तक पूरा नहीं हुआ था। लिहाजा उन्होंने 6वीं बार यूपीएससी में अपना आखिरी अटेम्प्ट दिया। इस बार उन्होंने अपनी पूरी ताकत झोंक दी, औऱ जैसा कि कहा गया है कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती, नूपुर गोयल की भी कोशिश सफल हुई और अपने अंतिम प्रयास में वह आईएएस बन ही गईं।

नूपुर गोयल ने साल 2019 की सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 11वीं हासिल की थी। अपने इंटरव्यूज में नूपुर कहती हैं कि यूपीएससी के सफर में कई बार हताशा होती है, लेकिन ऐसे में जरूरी है कि आपका सपोर्ट सिस्टम यानी कि घर-परिवार औऱ दोस्त ऐसे होने चाहिए जो आपको बुरे समय से निकाल सकें।

यूपीएससी कैंडिडेट्स को दी सलाह (IAS Success Story)
नूपुर का मानना है कि कैंडिडेट्स को सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करते समय आखिरी प्रयास तक हार नहीं माननी चाहिए। उन्हें लक्ष्य की ओर लगातार बढ़ते रहना चाहिए। प्रीलिम्स के लिए मॉक टेस्ट बहुत जरूरी हैं, जबकि मेन्स के लिए आंसर राइटिंग की प्रक्टिस करनी चाहिए। कैंडिडेट्स को अपने रिसोर्सेज सीमित रखने चाहिए और रोजाना अखबार पढ़ना चाहिए।
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