IAS Success Story: यूपीएससी (UPSC) एक ऐसी सिविल सेवा की परीक्षा है, जिसमें बहुत कम लोग ही सफल हो पाते हैं। सपना तो काफी लोगों का होता है कि आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS) जैसी बड़ी सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी करें और सफल हो लेकिन इस परीक्षा में काफी कम लोग ही सफल हो पाते हैं। ऐसे ही एक शख्स है जिन्होंने 3 बार देश की सबसे कठिन परीक्षा यानी यूपीएससी परीक्षा में शामिल हुए और वह तीनों बार सफल भी हुए (UPSC Exam)। दो बार आईपीएस (IPS) बनें लेकिन सपना था आईएएस बनने का, फिर उन्होंने तीसरे प्रयास में कड़ी मेहनत कर आईएएस (IAS) बनने का सपना पूरा किया। आइए जानते है गुजरात के सूरत के रहने वाले कार्तिक जीवाणी (Kartik Jivani) की सफलता की कहानी के बारे में (IAS Success Story)…..
कार्तिक जीवाणी की शिक्षा (IAS Success Story)
गुजरात शहर के सूरत केे रहने वाले आईएएस कार्तिक जीवाणी (Kartik Jivani) ने 8वीं तक की पढ़ाई गुजराती भाषा में की थी। उसके बाद उन्होंने इंग्लिश मीडियम स्कूल में एडमिशन लिया था। 12वीं पास करने के बाद वे जेईई परीक्षा में शामिल हुए थे। उसमें सफल होकर उन्होंने आईआईटी मुंबई (IIT Mumbai) में मैकेनिकल इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लिया था।
IIT Bombay में अपनी पढ़ाई के साथ-साथ ही कार्तिक जीवाणी ने सिविल सेवा की परीक्षा की ओर रूख किया। और वह अपने पहले प्रयास में सिविल सेवा की परीक्षा में असफल रहें, और उन्होनें पाया कि परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए और कड़ी मेहनत की जरूरत हैं।
वर्ष 2017 में मिली सिविल सेवा में पहली सफलता (IAS Success Story)
कार्तिक जीवाणी ने अपने दूसरे अटेम्प्ट में 94 रैंक लाकर सफलता प्राप्त की। लेकिन आइपीएस के पद को प्राप्त करके भी वह लगातार तैयारियों को करते रहे। और अपने आइपीएस (IPS) की सेवा में कार्यरत होते हुए उन्होने फिर 2019 में सिविल सेवा की परीक्षा को पास किया। लेकिन इस बार भी वह अपने 84 रैंक ही हासिल कर पाए। 84 रैंक लाकर भी वह अपने आईएएस (IAS) बनने के सपने से कुछ दूर रह गये। और उन्होनें अपनी तैयारयों को एक नए सिरे के साथ अपने सपने को साकार करने के लिए और तैयारियों में जुट गये। और अपने सपने को अपनी कड़ी मेहनत और लगातार किये गये प्रयास से प्राप्त किया।
8वीं रैंक के साथ किया अपने सपने को पूरा (IAS Success Story)
कार्तिक ने आईपीएस (IPS) पद की ट्रेनिगं के साथ-साथ 2020 में सिविल सेवा की परीक्षा में बैठे। और अपनी तीसरी बार की सफलता में अपने आईएएस (IAS) बनने के सपने को साकार किया। और 8वीं रैंक लाकर गुजरात के सबसे अधिक रैंक लाने वाले शख्स बन गये।
कार्तिक जीवाणी ने बताया कि सिविल सेवाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए मेहनत और स्मार्ट होना भी जरूरी होता हैं। साथ ही अनुशासन भी आवश्यक होता हैं। उन्होनें आगे बताया कि सिविल सेवा में क्या पढ़ना है और क्या नहीं पढ़ना है। यह भी बेहद आवश्यक होता है। और बताया अपने वो सब्जेक्ट को बेहतर ढंग से पढ़े जिसमें आपकी पकड़ अच्छी हो,फिर वो सब्जेक्ट को कवर करें जिसमें आपकी पकड़ थोड़ी कम हो। और बताया कि इन सभी बातों के साथ-ही-साथ आपका अपनी सिविल सेवा की परीक्षा में सफल होने के लिए कितनी मेहनत करते हो यह सबसे जरूरी होता हैं।