
IAS Success Story, (Vaibhav Chhabara): दिल्ली के रहने वाले IAS Vaibhav Chhabra एक मध्यमवर्गीय परिवार से नाता रखते हैं। वह शुरू से बैकबेंचर छात्र रहे हैं। यही वजह है कि उन्होंने अपना बीटेक भी 5 साल में पूरा किया था। यूपीएससी परीक्षा देश की सबसे कठीन परीक्षा है और इसे क्रैक करने के लिए कड़ी मेहनत के साथ-साथ धैर्य रखना बहुत जरूरी है। कई छात्र ऐसे होते हैं, जो एक बार इस परीक्षा में असफलता पाते ही निराश होकर तैयारी छोड़ देते है। ऐसे में एक नाम वैभव छाबड़ा का सामने आता है, जिन्होंने लगतार सफलता पाते हुए भी हिम्मत नहीं हारी। UPSC परीक्षा में साल 2018 में 32वीं रैंक हासिल करने वाले वैभव की सफलता की कहानी काफी रोचक है।
परिवार ने बढ़ाया उत्साह (IAS Success Story)
आईएएस बनने का फैसला उन्होंने अपने परिवार और कुछ दोस्तों को बताया। उनके लिए नौकरी छोड़ना एक बड़ी चुनौती बन गया था। साहस के साथ उन्होंने इस नौकरी को छोड़ दिया था। मगर, इसके बाद वह बीएसएनएल में काम करने लग गए थे। इस दौरान, वह आईएएस बनने के सपने देखते थे, जिसकी वजह से उन्होंने इस नौकरी को भी अलविदा कह दिया था।
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यूपीएससी के लिए छोड़ी नौकरी
वैभव छाबड़ा ने बीएसएनएल में नौकरी करना शुरू कर दिया था। लेकिन यूपीएससी परीक्षा (UPSC Exam) में शामिल होने के लिए उन्होंने रिजाइन कर दिया था। उनका पढ़ाई में जरा भी मन नहीं लगता था। वे 1 घंटे भी मुश्किल से पढ़ाई कर पाते थे। वैभव ने बीटेक करने के बाद जब नौकरी की तो उन्होंने नौकरी छोड़ दी। इस पर उन्हें लोगों ने सलाह दी की यूपीएससी क्लियर करना इतना आसान नहीं है लेकिन वह अपना मन बना चुके थे और इन सब बातों का उनपर कोई असर नहीं हुआ।
आईएएस वैभव छाबड़ा 8 बार हुए असफल
वैभव इस सफलता को प्राप्त करने से पहले 8 दफा असफलता का भी सामना किये परन्तु उन्होंने कभी भी अपने भीतर नकारात्मकता को ठहरने ही नहीं दिया जिसका परिणाम यह हुआ कि अंततः उनको उनकी मंजिल मिल गयी।

दुर्घटना के कारण लेटकर की यूपीएससी की तैयारी (IAS Success Story)
वैभव छाबड़ा ने 2018 में यूपीएससी का फॉर्म भरा था, इसी बीच जब वैभव की तैयारी ने अपनी गति पकड़ ली तो उसी समय इनके साथ एक बड़ी दुर्घटना हो गयी. इस दुर्घटना में इनकी पीठ में काफी चोट आइ ओर इस कारण डॉ. ने इनको लगभग 8 महीने के लिए बेड रेस्ट करने का सजेशन दिया।
चोट लगने के बाद भी इस मुश्किल समय में वैभव ने अपनी पढ़ाई को बंद नहीं किया और उन्होंने बिस्तर पर लेटे–लेटे ही यूपीएससी की अपनी तैयारी करना शुरू कर दिया। उनकी आईएएस ऑफ़िसर बनने की इस लगन परिणाम यह हुआ कि वर्ष 2018 में वैभव को यूपीएससी परीक्षा में 32वीं रैंक प्राप्त हुई ओर इस प्रकार उनके आईएएस ऑफ़िसर बनने का सपना सच हुआ।