▪️ उत्तम मालवीय, बैतूल
मध्यप्रदेश में जब भी हम किसी हिल स्टेशन या प्राकृतिक रूप से सुरम्य स्थान की बात करें तो चर्चा केवल पचमढ़ी (MP famous hill station Pachmarhi) तक आकर ठहर जाती है। हालांकि मध्यप्रदेश में पचमढ़ी की तरह ही कई और स्थान (Many more places like Pachmarhi in MP) भी मौजूद हैं, जहां प्रकृति ने भरपूर सौंदर्य बिखेरा है। इन स्थानों पर आकर भी वही अनुभूति की जा सकती है जो कि पचमढ़ी या देश के अन्य किसी मशहूर हिल स्टेशन पर जाकर होती है।
यह बात अलग है कि इनके बारे में अधिकांश लोगों को जानकारी ही नहीं है। आज हम मध्यप्रदेश के बैतूल जिले में स्थित एक ऐसे ही हिल स्टेशन कुकरू खामला (Hill station Kukru Khamla in Betul, MP) की चर्चा करेंगे। यह हिल स्टेशन मिनी पचमढ़ी (Mini Pachmarhi) के रूप में भी प्रसिद्ध है।
आमतौर पर होता यही है कि यदि काफी बागान की सैर का मन हो तो हम दक्षिण भारत या पूर्वोत्तर के राज्यों का रुख करेंगे। लेकिन, इसके लिए मध्य प्रदेश में बैतूल जिले का कुकरू गांव भी पर्यटकों के लिए एक अद्भुत विकल्प है। सुंदर वनों के रूप में हरियाली की चादर ओढ़े कुकरू गांव के कॉफी बागान की अप्रतिम सुंदरता पर्यटकों का मन मोहने के साथ उन्हें शांत वातावरण में प्रकृति से साक्षात्कार का अवसर भी प्रदान करती है।
सतपुड़ा पर्वतमाला की चोटियों के बीच स्थित इस स्थान को यहां के वातावरण और मनोहारी दृश्य के चलते मिनी पचमढ़ी भी कहा जाता है। पचमढ़ी मप्र का सबसे ऊंचा व ख्यात पर्वतीय पर्यटन स्थल है। कुकरू के कॉफी बागान के बीच बने दो विश्राम गृहों में रहने का अनुभव अलग है। जहां घने पेड़ों के बीच सुरम्य वातावरण में आत्मिक संतुष्टि की अनुभूति होती है।
सूर्योदय और सूर्यास्त प्वाइंट| hill station kukru khamla
कुकरू गाँव के काफी बागान से लगभग आधा किलोमीटर की दूरी पर सूर्योदय और सूर्यास्त प्वाइंट हैं। लोग सुबह और शाम मनोहारी दृश्य देखने पहुंचते हैं। इन प्वाइंट से सूर्योदय और सूर्यास्त के मनोहारी क्षणों को निहारना एक बेहद अनूठा और अविस्मरणीय क्षण होता है।
चिखलदरा हिल स्टेशन की सैर | Chikhaldara Hill Station
कुकरू आने वाले पर्यटक चिखलदरा हिल स्टेशन (Chikhaldara Hill Station) भी जा सकते हैं। महाराष्ट्र में स्थित चिखलदरा हिल स्टेशन बैतूल से मात्र 33 किमी दूर है। जहां मनमोहक घाटियां, कुंड और प्राचीन दुर्ग आकर्षण का केंद्र हैं। इससे महाभारतकालीन कथा भी जुड़ी है। कहा जाता है कि अज्ञातवास में पांडवों ने यहां समय बिताया था।
नीचे दी लिंक पर देखें कुकरु खामला का खूबसूरत वीडियो….
https://www.kooapp.com/koo/उत्तम_मालवीय/239140de-7152-43f9-b89f-d6c5f4b3f0dc
आदिवासी जीवनशैली देखें
बागान के निकट ही खामला आदिवासी क्षेत्र में गोंड व कोरकू जनजातियां (Gond and Korku tribes) रहती हैं। इस स्थान पर भ्रमण के साथ ही आदिवासी समाज की जीवनशैली, रहन सहन, संस्कृति आदि को भी बेहद करीब से देखा जा सकता है।
ब्रिटिश महिला ने लगवाए थे काफी के पौधे |hill station kukru khamla
वर्ष 1944 में ब्रिटिश महिला फ्लोरेंस हैंड्रिक्स ने कुकरू में काफी के पौधे लगवाए थे। तब यहां 80 से 100 क्विंटल तक उच्च गुणवत्ता की काफी बीन्स का उत्पादन होता था। ब्रिटिश राज से देश के स्वतंत्र होने के बाद काफी बागान मध्य प्रदेश के वन विभाग की देखरेख में संचालित किया जा रहा है। ये बागान 100 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है।
ऐसे पहुंच सकते हैं कुकरू खामला | hill station kukru khamla
नई दिल्ली-चेन्नई रेल मार्ग पर बैतूल स्टेशन (Betul Rail Station) स्थित है। सड़क मार्ग से यह भोपाल से 188 और नागपुर (Bhopal and Nagpur Distance To Betul) से 199 किमी की दूरी पर है। भोपाल और नागपुर हवाई अड्डे देश भर के प्रमुख शहरों से हवाई मार्ग से जुड़े हैं। यहां से रेल या सड़क मार्ग से बैतूल पहुंचा जा सकता है। बैतूल शहर से कुकरू गांव की दूरी 88 किमी है। बैतूल से कुकरू तक निजी वाहन या टैक्सी से जाया जा सकता है।
पर्यटकों के लिए ठहरने के लिए यह विकल्प
कुकरू में वन विभाग ने दो विश्राम गृह बना रखे हैं। जिनमें बैतूल के पश्चिम वन मंडल (West Forest Division of Betul) के माध्यम से बुकिंग की जा सकती है। महाराष्ट्र के पर्यटन स्थल चिखलदरा में ठहरने के लिए कई होटल भी उपलब्ध हैं।