Nilay Daga Betul : बैतूल। आदिवासी समाज के कर्मठ एवं कद्दावर नेता तथा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं जयस के पूर्व जिला संरक्षक एवं विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हेमंत सरियाम ने कांग्रेस की रीति नीति और बैतूल विधायक निलय विनोद डागा द्वारा आदिवासी हित में किए जा रहे कार्यों से प्रभावित होकर कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
उन्होंने इसके पीछे अपनी मंशा जाहिर करते हुए बताया कि वह सिर्फ आदिवासी हितों के लिए गोंडवान गणतंत्र पार्टी से जुड़े हुए थे। जयस जिला संरक्षक रहते हुए भी उन्होंने आदिवासियों के हित के लिए संघर्ष किया है। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने के पीछे भी उनकी यही मंशा है कि वह आदिवासियों के हित में राजनीति से जुड़कर सेवा कर सके। उन्होंने कहा कि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीतना उनके लिए संभव नहीं है। इसी उद्देश्य से उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी निलय डागा ही एक ऐसे सेवाभावी विधायक रहे हैं जिन्होंने आदिवासियों के दर्द को करीब से महसूस किया है।
हाल ही में उन्होंने जब जिले में एवं बैतूल विधानसभा क्षेत्र के आदिवासी अंचलों का दौरा किया तो आदिवासियों में भाजपा के प्रति नफरत दिखाई दे रही है। आदिवासियों का एक बड़ा वर्ग कांग्रेस को समर्थन दे रहा है। उनकी मंशा सिर्फ यह है कि वह राजनीति के माध्यम से आदिवासियों को उनका हक अधिकार दिला सके। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ कांग्रेस के शासनकाल में ही संभव है। उन्होंने बताया कि पिछले 18 वर्षों से आदिवासी भाजपा सरकार की तानाशाही झेल रहे हंै। उन्होंने ऐसे कई उदाहरण बताए जहां भाजपा के शासनकाल में आदिवासियों के साथ अमानवीय कृत्य किए गए।
गौरतलब है कि हेमंत सरियाम एक ऐसे लोकप्रिय समाजसेवी है, जिन्होंने आदिवासियों के हित में कई ऐसे सेवा कार्य किए जो जिले में मिसाल बन गए हैं। कन्या विवाह से लेकर इन्होंने गरीब आदिवासियों को भूमि दान की है। ऐसे बिरले ही समाजसेवी होंगे जो अपनी खुद की निजी संपत्ति समाज हित में दान कर रहे हैं। ऐसे सेवाभावी शख्स हेमंत सरियाम के कांग्रेस को समर्थन देने से कांग्रेस को भी मजबूती प्रदान हुई है।
जो राम मंदिर के साथ, हम उसके साथ: परमानंद महाराज; तीर्थयात्रा पर आए परमानंद महाराज ने कहा- जनता को भी साथ होना चाहिए
जो राम मंदिर के साथ हैं हम उसके साथ हैं और बैतूल की जनता को भी उसके साथ होना चाहिए। प्रख्यात संत परमानंद ने कहा किी हम किसी पार्टी से बंधे नहीं हैं। हमारी पार्टी राम की पार्टी है। बैतूल के कांग्रेस प्रत्याशी निलय डागा ने राम मंदिर के लिए घर-घर अलख जगाई है तो हमारा आशीर्वाद तो उनके साथ हैं। दूसरी कई जगह दूसरे दल के लोग राम की अलख जगाते हैं तो हम उनको आशीष देते हैं। यह कहना है तीर्थ यात्रा पर ताप्ती मैया के दर्शन करने आए परमानंद जी महाराज का। वे ताप्ती उदगम के बाद कांग्रेस प्रत्याशी निलय डागा को आशीर्वाद और राम मंदिर का प्रसाद देने गए थे।
परमानंद महाराज ने खुलकर कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी निलय डागा का अपने क्षेत्र की जनता से कितना भावनात्मक जुड़ाव है वो प्रचार के दौरान दिख रहा है। उन्होंने कहा कि यहां घूमने से पता चला कि श्री डागा डागा नेता नहीं बेटा है। यही कारण है कि उनका क्षेत्र की जनता से भावनात्मक जुड़ाव है।
कुछ महीने पहले निलय डागा ने भगवान श्रीराम की जन्मभूमि भूमि अयोधया में पूजा अर्चना करने के बाद क्षेत्र की जनता की सुख समृद्धि की कामना कर वहां से प्रसाद लाकर घर-घर पहुंचाया था। उनके इस कार्य से साबित होता है कि वे अपने क्षेत्र की जनता को अपना परिवार मानते हैं।
यहां के रामभक्तों ने बताया कि डागा परिवार ने राजनीति को सेवा का माध्यम माना है। स्व. विनोद डागा बैतूल के विधायक थे। उन्होंने बैतूल विधानसभा क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं छोड़ी। इसके अलावा वे अपने क्षेत्र की जनता के सुख दुख में हमेशा खड़े रहते थे। डागा परिवार राजनीति के साथ ही धार्मिक गतिविधियों में भी सक्रिय रहता है। अच्छी बात है निलय डागा अपने पिता के पदचिन्हों पर चल रहे हैं।
निलय बहुत कम उम्र में राजनीति में आये और क्षेत्र की जनता ने उन्हें आशीर्वाद देकर पिछली बार विधायक बनाया था। युवा विधायक के रूप में निलय डागा का कार्यकाल सराहनीय रहा। सरकार में नहीं रहने के बाद भी उन्होंने अपने क्षेत्र की जनता के लिए बहुत सारे विकास कार्य कराए। बैतूल को ऊर्जावान रामभक्त युवा निलय डागा जैसे विधायक की जरूरत है, जो अपने क्षेत्र की जनता के बारे में ज्यादा सोचते हैं। उन्होंने मतदाताओं से अपील की है कि नेता नहीं बेटा चुनो और रामभक्त निलय डागा को विजयी बनाओ।