▪️ दीनू पवार, साईंखेड़ा
मप्र के बैतूल में ग्राम पंचायत चुनाव (Gram Panchayat elections) में निर्वाचित होने के बाद भी पूर्व सरपंच और सचिव द्वारा प्रभार नहीं सौंपा जा रहा था। इसकी शिकायत जब कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ से की गई तो तत्काल एक्शन लेते हुए रात 9 बजे जनपद सीईओ गांव पहुंचे और नवनिर्वाचित सरपंच को प्रभार दिलाया।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बानूर की नवनिर्वाचित सरपंच धनश्री विशाल डोंगरे को निर्वाचित हुए 2 माह से ऊपर हो गया था, लेकिन यहां के पूर्व सरपंच एवं सचिव द्वारा अभी तक उन्हें प्रभार नहीं सौपा गया था। इसकी शिकायत उन्होंने जिला पंचायत सीईओ एवं कलेक्टर को जन सुनवाई में की थी। इस दौरान उन्होंने सम्पूर्ण दस्तावेज सामग्री प्रदान कर विगत समस्त वसूले करो की जानकारी देकर प्रभार जल्द दिलाने की मांग की थी।
जिला पंचायत सीईओ के निर्देश पर तत्काल कार्रवाई करते हुए जनपद पंचायत सीईओ मनीष शेंडे गुरूवार रात 9 बजे बानूर पहुंचे और उन्होंने सरपंच धनश्री डोंगरे को बुलाकर सरपंच का प्रभार सौंपा। भाजपा नेता विशाल डोंगरे ने बताया कि 2 माह पूर्व हुए चुनाव में उनकी पत्नी धनश्री सरपंच के लिए निर्वाचित हुई थी, लेकिन यहां के पूर्व सरपंच सचिव के साथ मिलकर उन्हें प्रभार नहीं सौंप रहे थे। जनसुनवाई में शिकायत के बाद जनपद सीईओ ने रात में आकर प्रभार दिलाया है।