UPSC Success Story: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा में हर साल लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं, लेकिन सफलता प्रतिशत केवल एक प्रतिशत ही रहती है। इनमें से अधिकतर लोग ऐसे हैं जो कोचिंग पर लाखों रुपये खर्च करते हैं, लेकिन उसके बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिलती है। इसका मुख्य कारण इस परीक्षा की तैयारी की रणनीति के बारे में पूरी जानकारी नही होती है। आज ऐसे ही हम आपको एक आईएएस अधिकारी गामिनी सिंगला की सफलता की कहानी के बारे में बताएंगे, जिन्होंने बिना किसी कोचिंग के सेल्फ स्टडी के जरिए दूसरे ही प्रयास में इस परीक्षा को पास किया।
आईएएस गरिमा सिंगला पंजाब के आनंदपुर साहिब की रहने वाली हैं। वह बचपन से ही पढ़ाई में काफी होशियार रही हैं। उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी घर पर रहकर की। सेल्फ स्टडी के जरिए इस परीक्षा को पास किया। डॉक्टर माता-पिता की बेटी आईएएस गामिनी सिंगला को सरकारी नौकरी की तैयारी करने के लिए घर पर बहुत पॉजिटिव माहौल मिला। आइए जानिए आईएएस गामिनी सिंगला की सक्सेस स्टोरी के बारे में…
अच्छी सैलरी वाली नौकरी को ठुकराया (UPSC Success Story)
आईएएस अधिकारी गामिनी सिंगला को जेपी मॉर्गन से वित्त विश्लेषक (Finance Analyst) के रूप में हाई सैलरी वाली नौकरी की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने और आईएएस अधिकारी बनने के लिए इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया था।
यूपीएससी की तैयारी पर लिखी यह किताब
गामिनी सिंगला ने ‘हाउ आई टॉप द यूपीएससी एंड हाउ यू कैन टू’ लिखी है। इस किताब में उन्होंने यह बताया कि कैसे उन्होंने यूपीएससी क्रैक की थी और अन्य छात्र भी कैसे इस एग्जाम के लिए तैयारी कर सकते हैं। वह दिन में लगभग 9-10 घंटे पढ़ाई किया करती थी। यूपीएससी की तैयारी के लिए उन्होंने कोचिंग की मदद भी ली थी हालांकि ज्यादातर समय वह सेल्फ स्टडी ही किया करती थीं।
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ग्रेजुएशन के बाद शुरू की तैयारी
आईएएस अधिकारी गामिनी सिंगला ने बीटेक पूरा करने के बाद यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की थी, लेकिन वह अपने पहले प्रयास में प्रीलिम्स तक पास करने में असफल रहीं। हालांकि, असफलता ने उन्हें आईएएस अधिकारी बनने के अपने सपने का पालन करने से नहीं रोका और वह साल 2021 में दूसरे अटेंप्ट में तीसरी रैंक हासिल कर आईएएस ऑफिसर (IAS Officer) बन गई थीं।
गामिनी सिंगला ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा
परीक्षा की तैयारी के लिए पिता का सहयोग मिला। सिंगला ने कहा कि महिलाएं मेहनत और समर्पण से कुछ भी हासिल करने में सक्षम हैं। मैंने भारतीय प्रशासनिक सेवा को चुना है। देश के विकास और लोगों के कल्याण के लिए काम करूंगी। गामिनी ने सफलता का श्रेय भी अपने माता-पिता को दिया। युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि सपने देखें और उन्हें पूरा करने के लिए जी जान लगा दें।