• अंकित सूर्यवंशी, आमला
हरियाली और अधिक पेड़-पौधे रोपित करने को लेकर शहर के समाजसेवी नीलेश मालवीय द्वारा ग्राम हसलपुर स्थित रामटेक की पहाड़ी पर पौधरोपण का कार्य मई 2017 से शुरू किया गया था। उसके बाद से अभी तक पहाड़ी पर लगभग 7 हजार पौधे रोपित किये गए।
पौधारोपण के कार्य मे शहर सहित जिले के समाजसेवी व जनप्रतिनिधियों ने भी सहभागिता दर्ज करवाई थी। लेकिन आज सुबह करीब 11 बजे रामटेक की पहाड़ी पर लगी आग ने सालों की इस मेहनत पर पूरी तरह से पानी फेर दिया।
आग इतनी भयानक थी कि पूरी पहाड़ी देखते ही देखते राख में तब्दील हो गई। पहाड़ी पर लगाए गए सभी पेड़ पौधे आग से जलकर खाक हो गए। आग पर काबू पाने नपा सहित वायुसेना की फायर ब्रिगेड भी पहुंची। लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका।
बताया जाता है कि खेत में नरवाई जलाने लगाई आग रामटेक की पहाड़ी पर फैल गई। जिस कारण यह हादसा हुआ है। समाजसेवी नीलेश मालवीय ने बताया कि रामटेक की पहाड़ी पर वर्ष 2018 में भी एक बार आग लग चुकी है। लेकिन तब पेड़ पौधों को इतना नुकसान नहीं हुआ था।
रामटेक की पहाड़ी पर फेंसिंग लगाने हेतु वन विभाग द्वारा वर्ष 2018-19 में स्टीमेट भी तैयार किया गया था लेकिन अभी तक फेंसिंग का कार्य नहीं किया गया है। आग लगने और सभी पौधों के खाक होने से वे पर्यावरण प्रेमी और समाजसेवी बेहद दुखी हैं जो अपने सभी काम छोड़कर इस पहाड़ी को हरी भरी बनाने सालों से लगातार पौधरोपण कर रहे थे।