
Farming Business Idea: भारत वैसे तो कृषि प्रधान देश है। यहां पर हर तरह की खेती की जाती है। भारत की बड़ी आबादी खेती आधारित उद्योग पर ही निर्भर है। लोग अब खेती के पुराने तरीके छोड़कर नए तरीके से खेती करना पसंद कर रहे हैं। नई तरह की खेती में कमाई भी ज्यादा हो रही हैं। ये ही कारण है कि युवा आजकल अपनी नौकरी छोड़कर खेती कर रहे हैं और लाखों में कमाई कर रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसी खेती के बारे में बता रहे हैं जो आपको 6 महीने में लाखों की कमाई कर देगी।
Farming Business Idea: जानिए इस खेती के बारे में
आज हम आपको लहसुन की खेती के बारे में बता रहे हैं। इस खेती की खास बात ये है कि इसके जरिए पहली फसल में ही यानी 6 महीने के अंदर 10 लाख रुपए आसानी से कमा सकते हैं, क्योंकि लहसुन एक नकदी फसल है। इसलिए भारत में इसकी साल भर डिमांड रहती है। मसाला से लेकर औषधि के रूप में भी इसका इस्तेमाल होता है। इस कारण से यह आम भारतीय किचन का एक अहम हिस्सा है और लहसुन की खेती करने वाले लोग मालामाल हो जाते हैं, लेकिन इसके लिए कई बातों पर ध्यान देना जरूरी है।
Farming Business Idea: लहसुन की खेती कैसे की जाती है
आपको बता दें कि लहसुन की खेती बारिश के मौसम खत्म होने के बाद की जाती है। इस हिसाब से अक्टूबर और नवंबर का महीना इसकी खेती के लिए ठीक रहता है। आपको बता दें कि लहसुन की खेती उसकी कलियों से की जाती है और बुआई 10 सेमी की दूरी पर की जाती है, ताकि उसकी गांठ अच्छे से बैठ जाए और इसकी खेती मेड़ बनाकर करनी चाहिए। इस फसल की खास बात ये है कि इसकी खेती किसी भी मिट्टी में की जा सकती है। लेकिन, उसी खेत में इसकी खेती करना चाहिए, जहां पर पानी नहीं रुकता हो क्योंकि यह फसल करीब 5-6 महीने में अच्छे से तैयार हो जाती है।
सभी जगह होता है लहसुन का इस्तेमाल
आपको तो पता ही होगा की लहसुन का उपयोग आचार, सब्जी, चटनी और मसाले के रूप में किया जाता है। साथ ही हाई ब्लड प्रेशर, पेट रोग, पाचन संबंधी समस्या, फेफड़ा संबंधी समस्या, कैंसर, गठिया की बीमारी, नपुंसकता और खून की बीमारी के लिए भी लहसुन का इस्तेमाल होता है क्योंकि इसमें एंटी बैक्टिरिया और एंटी कैंसर गुण होते हैं।
इसके कारण इसे बीमारियों के उपचार के प्रयोग में भी लाया जाता है। आज के समय में लहसुन का इस्तेमाल सिर्फ मसालों तक ही नहीं रह गया है क्योंकि अब प्रोसेसिंग कर पाउडर, पेस्ट और चिप्स समेत कई प्रोडक्ट तैयार किए जा रहे हैं और इसी वजह से किसानों को ज्यादा लाभ भी हो रहा है।