Edible Oil Price Cut: देश में खाद्य तेलों की कीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिल रहा है। बाजार में तेल की कीमतों में गिरावट को देखते हुए देश की प्रमुख दुग्ध वितरण व खाद्य उत्पाद कंपनी मदर डेयरी ने खाद्य तेल की कीमतों में कमी की है। बताया जा रहा है कि कंपनी ने 15 से 20 रुपए की कटौती की है। दरअसल सरसों तेल की कीमत में कटौती कर दी गई है। धारा, फॉर्च्यून, जेमिनी जैसे ऑयल ब्रांड्स के MRP में कटौती का फैसला किया गया है। धारा, फॉर्च्यून जैसी एडिबल ऑयल के दाम में कटौती का लाभ आपको अगले कुछ दिनों में मिलने लगेगा। अगले हफ्ते-दस दिन के बाद आपको नए MRP के साथ सस्ता सरसों तेल मिलने लगेगा।
7-10 दिन में घट सकती है कीमत
कंज्यूमर अफेयर के डिपार्टमेंट के आंकड़ों के मुताबिक 2 मई को ग्राउंडनल ऑयल के दाम 189.95 रुपये प्रति लीटर, मसटर्ड ऑयल 151.26 रुपये प्रति लीटर, सोया आयल 137.38 रुपये प्रति लीटर, सनफ्लावर आयल 145.12 रुपये प्रति लीटर है। आने वाले 7 से 10 दिन में तेल की कीमतों में कटौती दिखने लगेगी। यानी जब आप दुकान में हफ्ते-दस दिन बाद सरसों तेल खरीदने जाएंगे तो तेल की बोतल पर MRP बदल चुका होगा। आपको आज के मुकाबले कम कीमत पर खाने के तेल मिलेंगे।
उत्पादन बढ़ने के बाद भी दाम कम नहीं हुए (Edible Oil Price Cut)
एसईए ने कहा कि पिछले छह महीनों में, खासकर पिछले 60 दिनों में अंतरराष्ट्रीय कीमतों में कच्चे पाम तेल की कीमत में कमी आई है। मूंगफली, सोयाबीन और सरसों के बंपर उत्पादन के बावजूद स्थानीय कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजारों के अनुरूप नहीं रहीं। जिसकी वजह से सरकार को खाद्य तेल कंपनियों को इस तरह के निर्देश देने पड़ रहे हैं.उपभोक्ता मामले विभाग के आंकड़ों के अनुसार दो मई को मूंगफली तेल का भाव 189.95 रुपये प्रति लीटर, सरसों का तेल 151.26 रुपये प्रति लीटर, सोया तेल 137.38 रुपये प्रति लीटर, सूरजमुखी तेल 145.12 रुपये प्रति लीटर है. देश। जिसमें अगले तीन सप्ताह में गिरावट देखने को मिलेगी।
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अंतरराष्ट्रीय बाजार में घटे दाम! (Edible Oil Price Cut)
भारत पाम ऑयल का बड़ा आयातक देश है, अपने खपत का 56 फीसदी एडिबल ऑयल भारत आयात करता है। बीते एक साल में पाम आयल के मुंबई में लैंडिंग प्राइस में 44 फीसदी की कमी आई है। एक साल पहले जहां कीमत 1791 डॉलर टन था वो घटकर अब 1,000 डॉलर टन रह गया है। क्रूड सोया और सनफ्लावर ऑयल के दामों में भी 50 से 55 फीसदी की कमी बीते एक साल में देखने को मिली है।
कम नहीं हुए थे दाम
एसईए ने कहा कि पिछले छह महीनों खासकर पिछले 60 दिनों में अंतरराष्ट्रीय कीमतों में क्रड पाम ऑयल की कीमत में कमी आई है। मूंगफली, सोयाबीन और सरसों के बंपर उत्पादन के बावजूद, स्थानीय कीमतों में अंतरराष्ट्रीय बाजारों के अनुरूप गिरावट नहीं देखने को मिली। जिसकी वजह से सरकार को इस तरह के निर्देश एडिबल ऑयल कंपनियों को देने पड़े हैं।