DLC Campaign : पेंशनरों के डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र बनाने चलेगा अभियान

DLC Campaign : पेंशनभोगियों को अपना पेंशन जारी रखने के लिए प्रति वर्ष नवंबर में जीवन प्रमाणपत्र (Life Certificate) प्रस्तुत करना पड़ता है। इसके लिए भारत सरकार का पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DOPPW) तीसरा राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान चलाएगा। जिसका आयोजन 01 से 30 नवंबर, 2024 तक पूरे देश के 800 शहरों व जिलों में किया जाएगा।

DLC Campaign : पेंशनरों के डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र बनाने चलेगा अभियान

देश भर में 800 जिलों व शहरों में शिविर आयोजित किए जाएंगे, अब तक का सबसे बड़ा डीएलसी अभियान

DLC Campaign : पेंशनभोगियों को अपना पेंशन जारी रखने के लिए प्रति वर्ष नवंबर में जीवन प्रमाणपत्र (Life Certificate) प्रस्तुत करना पड़ता है। इसके लिए भारत सरकार का पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग (DOPPW) तीसरा राष्ट्रव्यापी डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान चलाएगा। जिसका आयोजन 01 से 30 नवंबर, 2024 तक पूरे देश के 800 शहरों व जिलों में किया जाएगा।

इस अभियान को पूरे देश के सुदूर कोनों में सभी पेंशनभोगियों तक पहुंचने के उद्देश्य से पेंशन वितरण बैंकों, इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक, पेंशनभोगी कल्याण संघों, सीजीडीए, डीओटी, रेलवे, यूआईडीएआई और एमईआईटीवाई के सहयोग से चलाया जाएगा।

तैयारी के लिए चल रही बैठकें

आगामी अभियान के तैयारी चरण में सभी हितधारकों के साथ व्यापक आउटरीच बैठकें आयोजित की जा रही है। 800 जिलों, 1900 शिविरों और 1000 नोडल अधिकारियों की मैपिंग के साथ समर्पित डीएलसी पोर्टल बनाया गया है। सभी नोडल अधिकारियों के लिए चरणबद्ध रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा।

डाक विभाग लगाएगा 785 शिविर

भारतीय डाक भुगतान बैंक (IPPB) अपने 1.8 लाख डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों के विशाल नेटवर्क के मदद से 785 जिलों में शिविर आयोजित करेगा। आईपीपीबी घर पर डीएलसी सेवाएं प्रदान करता है। यह सुविधा पूरे देश के सभी श्रेणियों के पेंशनभोगियों के लिए उपलब्ध होगी, भले ही उनके पेंशन खाते अलग-अलग बैंकों में हों।

घर बैठे सेवा के लिए यहां पाएं जानकारी

आईपीपीबी के माध्यम से ‘डीएलसी जमा करने के लिए डोरस्टेप सेवा’ का लाभ उठाने के लिए, पेंशनभोगी ippbonline.com पर विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। सभी डाकिया और ग्रामीण डाक सेवक मोबाइल फोन से सुसज्जित हैं जिनका उपयोग अंगुली बायोमेट्रिक और चेहरा प्रमाणीकरण तकनीकों के माध्यम से डीएलसी उत्पन्न करने के लिए किया जाएगा।

घर-अस्पताल में भी मिलेगी सुविधा

19 पेंशन संवितरण बैंक 150 शहरों में 750 से अधिक स्थानों पर शिविर आयोजित करेंगे। वृद्धों, दिव्यांगजनों, बीमार पेंशनभोगियों के लिए घरों तथा अस्पतालों तक पहुंचा जाएगा, जिससे उन्हें जीवन प्रमाणपत्र डिजिटल रूप से जमा करने में आसानी होगी। इन कदमों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी पेंशनभोगी इस अभियान से लाभान्वित हों और यह सबसे वरिष्ठ पेंशनभोगियों के लिए विशेष रूप से सहायक साबित हो।

संघ भी करेंगे शिविरों का आयोजन

डीओपीपीडब्ल्यू के साथ पंजीकृत 57 पेंशन कल्याण संघ भी शिविरों का आयोजन कर इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और आईपीपीबी और पेंशन वितरण बैंकों द्वारा आयोजित किए जाने वाले शिविरों के लिए पेंशनभोगियों को भी एकत्रित करेंगे।

चेहरा प्रमाणीकरण पर रहेगा जोर

इस वर्ष चेहरा प्रमाणीकरण तकनीक को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रीत किया जाएगा। MEITY और UIDAI इस अभियान में पूर्ण तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे। चेहरा प्रमाणीकरण तकनीक को बुजुर्ग पेंशनभोगियों के लिए ज्यादा सहज एवं सुविधाजनक बनाया गया है।

पूर्व के अभियान की यह उपलब्धि

डीएलसी अभियान 2.0 का आयोजन नवंबर, 2023 में 100 शहरों में 597 स्थानों पर किया गया, जिसके अंतर्गत कुल 1.47 करोड़ डीएलसी उत्पन्न किए गए थे। जिनमें से 45.46 लाख केंद्र सरकार के पेंशनभोगी थे। चेहरा प्रमाणीकरण तकनीक का उपयोग करके 25.41 लाख डीएलसी तैयार किए गए और 90 वर्ष से ज्यादा उम्र के 30,500 से अधिक पेंशनभोगियों ने डीएलसी का लाभ प्राप्त किया।

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उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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