Destination Wedding : क्या है डेस्टिनेशन शादी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्यों इसे लेकर कहनी पड़ी यह बात

Destination Wedding : क्या है डेस्टिनेशन शादी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्यों इसे लेकर कहनी पड़ी यह बात
Destination Wedding : क्या है डेस्टिनेशन शादी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्यों इसे लेकर कहनी पड़ी यह बात

Destination Wedding : जबलपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 26 नवम्बर को अपने मन की बात कार्यक्रम में विदेश में डेस्टिनेशन शादियों पर गंभीरता से चिंता जताई गई है। उनकी चिंता देश भर में लोगों के मन एवं मस्तिष्क में बैठ गई है। यही नहीं दिल्ली सहित देश भर में इस पर न केवल मीडिया में बल्कि आम लोगों के बीच भी चर्चा शुरू हो गई है।

विदेशों में भारतीय लोगों द्वारा डेस्टिनेशन शादियों के बारे में अभी तक कोई अधिकृत सर्वे नहीं हुआ है। इसलिए यह अंदाज लगाना मुश्किल है कि यह कारोबार कितना होगा। लेकिन फिर भी प्रधानमंत्री श्री मोदी के वक्तव्य के बाद जब मामले को खंगालने की कोशिश हुई तो यह मोटा अनुमान निकलता है कि प्रतिवर्ष लगभग 5 हजार डेस्टिनेशन शादियां विदेशों में होती होंगी। जिसमें लगभग 50 हजार करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान लगाया जा सकता है।

कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा व्यक्त की गई अपनी मन की बात में विदेश में डेस्टिनेशन शादियों पर जो चिंता व्यक्त की गई है, उस पर यदि सार्थक चर्चा हो तो यह देश के घरेलू व्यापार एवं भारतीय अर्थव्यवस्था में एक संभावित बदलाव लाने की पहल हो सकती है। (Destination Wedding)

उन्होंने कहा कि यह एक सर्वविदित तथ्य है कि भारत में धनाढ्य लोगों का एक वर्ग विदेशों में डेस्टिनेशन शादियां कर रहा है जो देश में शादी समारोह करने की बजाय विदेश में शादी करना अपनी शान समझता है। जिसके कारण भारत के लोगों का एक बड़ा व्यापार विदेश को मिल जाता है। बेहतर हो यदि प्रधानमंत्री श्री मोदी की पीड़ा को समझते हुए यह वर्ग विदेशों के बजाय भारत में ही यह शादियाँ आयोजित करें। (Destination Wedding)

दोनों व्यापारी नेताओं ने कहा कि यूं तो अब देश के प्रत्येक शहर के बाहर उपयुक्त शादी स्थल बन गये हैं जिनका डेस्टिनेशन शादी के रूप में उपयोग बहुतायत में होता है। लेकिन देश के विभिन्न राज्यों में कुछ प्रमुख स्थान ऐसे हैं जहां बड़े पैमाने पर डेस्टिनेशन शादियां होती हैं। (Destination Wedding)

डेस्टिनेशन शादियों के लिए यह स्थान उपयुक्त (Destination Wedding)

इनमें मुख्य रूप से गोवा, महाराष्ट्र में लोनावाला, महाबलेश्वर, मुंबई, शिरडी, नासिक, नागपुर, गुजरात में द्वारिका, अहमदाबाद, सूरत, बड़ौदा, मध्य प्रदेश में ओरछा, ग्वालियर, उज्जैन, भोपाल, इंदौर, राजस्थान में जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, जैसलमेर, पुष्कर, उत्तर प्रदेश में मथुरा, वृंदावन, आगरा, वाराणसी, कानपुर, दक्षिण भारत में चेन्नई, यादगिरी हिल, ऊटी, बंगलौर, हैदराबाद, तिरूपति, कोचीन, त्रिची, कोयंबतूर, पॉण्डिचेरी सहित दिल्ली एनसीआर में दिल्ली, नोएडा, ग़ाज़ियाबाद, गुड़गाँव, मानेसर, बहादुरगढ़, फ़रीदाबाद तथा पंजाब-हरियाणा में चंडीगढ़, मोहाली, अमृतसर तथा जम्मू के नाम उल्लेखनीय हैं। (Destination Wedding)

हर तरह के बजट की शादियां यहां संभव (Destination Wedding)

श्री भरतिया एवं श्री खंडेलवाल ने कहा कि ये सभी स्थान माध्यम बजट से लेकर किसी भी बड़े बजट की डेस्टिनेशन शादियों को करवाने में पूर्ण रूप से सक्षम हैं। शादी करवाने के लिए आम से लेकर खास सुविधा एवं इंतज़ाम प्रदान करने वाली कंपनियों या ग्रुपों का एक बड़ा नेटवर्क पिछले वर्षों में भारत में विकसित हुआ है। इसीलिए शादियों से संबंधित सामान एवं सेवाएं आज देश में एक बड़े व्यापार का रूप ले चुकी हैं। (Destination Wedding)

भव्यता के चलते रहती है चर्चाओं में (Destination Wedding)

डेस्टिनेशन शादी चाहे देश में हो या विदेश में, उन्हें संपन्न कराने में इन कंपनियों या समूहों जा सबसे बड़ा योगदान होता है। अक्सर प्रति वर्ष शादियों के मामले में देश में विभिन्न स्थानों पर हुई डेस्टिनेशन शादियां अपनी भव्यता अथवा अपनी विशेषताओं के कारण चर्चा का विषय बनती हैं जो इस बात को साबित करता है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की चिंता जायज है। (Destination Wedding)

देश में ही रहे धन, यह रहे सबकी भावना (Destination Wedding)

इन सभी को ध्यान में रखते हुए तथा भारत का धन देश में ही खर्च हो की, भावना के अनुरूप डेस्टिनेशन शादियां यदि अपने देश में ही हों तो न केवल भारतीय संस्कार पल्लवित होंगे बल्कि देश के व्यापार एवं अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा और बड़ी मात्रा में स्थायी एवं अस्थायी रोजगार भी उपलब्ध होंगे। (Destination Wedding)

अपने ही देश में हो डेस्टिनेशन शादियां: जैन (Destination Wedding)

कैट प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र जैन ने बताया कि आज कल डेस्टिनेशन शादियों का चलन बहुत बढ़ चुका है। लोगों को अपने ही शहर, अपने ही प्रदेश, अपने ही देश में ही डेस्टिनेशन शादी करानी चाहिए। ताकि आप के शहर एवं आप के ही प्रदेश के व्यापारियों के व्यापार बढ़ाने में आप सभी को योगदान देना चाहिए। (Destination Wedding)

हमारे क्षेत्र में ही प्रचुरता से हैं स्थान (Destination Wedding)

कैट के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष संदेश जैन, उपाध्यक्ष जितेंद्र पचौरी एवं प्रदेश सचिव दीपक सेठी ने कहा कि हमारे महाकौशल एवं जबलपुर के आसपास में इतने अच्छे-अच्छे पर्यटन स्थल है। अभी कुछ ही वर्षों में जबलपुर में बड़े-बड़े कई होटल खुले हैं और आने वाले दिनों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर के कुछ होटल और खुल रहे हैं। इन होटल का भविष्य शादियों पर भी अत्यधिक रूप से निर्भर रहता है। लोकल डेस्टिनेशन शादियां होने से सभी के व्यापार में बढ़ोतरी होती है। (Destination Wedding)

इन व्यवसायों को भी मिलता प्रोत्साहन (Destination Wedding)

इसके साथ ही टैक्सी से लेकर फूल, बग्गी एवं घोड़े, बैंड, आर्केस्ट्रा, कैट्स एवम टेंट एवं छोटे-बड़े सभी तरह के होटल के व्यापार में उन्नति होती है। सभी को डेस्टिनेशन मैरिज अगर करनी ही होती है तो अपने शहर में, अपने प्रदेश में ही करनी चाहिए ताकि यहां का व्यापार बड़े और आने वाले समय में व्यापार की बढ़ोतरी को देखकर होते हुए कई साधन में भी बढ़ोतरी होती है। (Destination Wedding)

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उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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