Cyber Fraud Helpline : इस एक नंबर ने रोकी अरबों की साइबर धोखाधड़ी, नहीं है आपके पास तो तुरंत करें सेव

Cyber Fraud Helpline : इस एक नंबर ने रोकी अरबों की साइबर धोखाधड़ी, नहीं है आपके पास तो तुरंत करें सेव
Cyber Fraud Helpline : इस एक नंबर ने रोकी अरबों की साइबर धोखाधड़ी, नहीं है आपके पास तो तुरंत करें सेव

Cyber Fraud Helpline : आजकल साइबर फ्रॉड या ऑनलाइन धोखाधड़ी बड़ी आम बात हो गई है। एक कॉल या लिंक आती है और उसे रिसीव या क्लिक करते ही आपका बैंक खाता खाली हो जाता है। रोजाना हजारों-लाखों लोग इसका शिकार होते हैं और अपनी कड़ी मेहनत से सालों तक कमाई पल भर में गवां बैठते हैं।

अधिकांश मामलों में इस शातिर तरीके से की गई ठगी में राशि वापस नहीं मिल पाती है। अपनी कमाई गंवाने वाले के पास सिवाय पछताने के और कोई चारा नहीं रह जाता है। इससे भी बड़े दुर्भाग्य की बात यह है कि अधिकांश लोग जानते ही नहीं कि ऐसे मामलों की शिकायत कहां करें। वे कभी बैंक जाते हैं तो कभी पुलिस के चक्कर लगाते हैं।

यदि आप भी ऐसी ही उलझन से जूझ रहे हैं कि यदि आपके साथ ऐसा हो जाए तो क्या करेंगे… तो हम आपको बता रहे हैं एक ऐसा माध्यम जहां से आपको जरूर मदद मिलेगी और आपका पैसा भी वापस मिल सकेगा। यह माध्यम इतनी त्वरित गति से काम करता है कि आपके खाते से निकला पैसा शातिर ठगों के खाते में पहुंचने से पहले ही रोक देता है। सबसे बड़ी बात यह है कि यह सेवा निःशुल्क है।

यह माध्यम है भारत सरकार द्वारा वर्ष 2019 से चलाई जा रही साइबर धोखाधड़ी हेल्पलाइन। दरअसल, गृह मंत्रालय ने महिलाओं और बच्चों के खिलाफ साइबर अपराधों पर विशेष ध्यान देने के साथ सभी प्रकार की साइबर अपराध घटनाओं की ऑनलाइन रिपोर्टिंग के लिए नागरिकों को एक केंद्रीकृत तंत्र प्रदान करने के लिए 30 अगस्त 2019 को राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल शुरू किया है।

इस पोर्टल के यह हैं प्रमुख काम (Cyber Fraud Helpline)

इस पोर्टल पर रिपोर्ट की गई घटनाएं, उन्हें एफआईआर में बदलना और उसके बाद की कार्रवाई को कानून के प्रावधानों के अनुसार संबंधित राज्य/केंद्रशासित प्रदेश कानून प्रवर्तन एजेंसी द्वारा नियंत्रित किया जाता है। नागरिक वित्तीय साइबर धोखाधड़ी रिपोर्टिंग और प्रबंधन प्रणाली को “राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल” के एक भाग के रूप में विकसित किया गया है। (Cyber Fraud Helpline)

कई एजेंसियां मिलकर करती हैं यह कार्य (Cyber Fraud Helpline)

यह मॉड्यूल एक एकीकृत मंच प्रदान करता है, जहां राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों, सभी प्रमुख बैंकों और वित्तीय मध्यस्थों, भुगतान वॉलेट, क्रिप्टो एक्सचेंज और ई-कॉमर्स कंपनियों सहित सभी हितधारक त्वरित, निर्णायक और सिस्टम-आधारित सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करते हैं। (Cyber Fraud Helpline)

रोक दिया जाता है पैसों का भुगतान (Cyber Fraud Helpline)

पीड़ित के खाते से साइबर जालसाज के खाते में पैसे के प्रवाह को रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाती है। इस प्रकार जब्त किया गया पैसा उचित कानूनी प्रक्रिया के बाद पीड़ित को वापस कर दिया जाता है। यह प्लेटफ़ॉर्म धोखाधड़ी की आय को रोकने के लिए धोखेबाजों द्वारा दुरुपयोग किए जा रहे विभिन्न वित्तीय चैनलों की पहचान करने में सक्षम बनाता है। (Cyber Fraud Helpline)

इस टोल फ्री नंबर पर कर सकते शिकायत (Cyber Fraud Helpline)

ऑनलाइन साइबर शिकायतें दर्ज करने में सहायता प्राप्त करने के लिए एक टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर ‘1930’ शुरू की गई है। सिटीजन फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम की शुरुआत के बाद से 15 नवंबर, 2023 तक 12.77 लाख से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं। अब तक 3.80 लाख से अधिक शिकायतों पर में 930 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय राशि की बचत हुई है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय करता है पूरी मदद (Cyber Fraud Helpline)

गृह मंत्रालय राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के साथ नियमित बातचीत करता है और उन्हें रिपोर्ट की गई साइबर अपराध की घटनाओं के निपटान में तेजी लाने की सलाह देता है।

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