Career In Mechanical Engineering: मैकेनिकल इंजीनियरिंग का क्षेत्र इंजीनियरिंग के सबसे पुराने ब्रांचेज में से एक है। पारंपरिक रूप से मैकेनिकल इंजीनियरिंग प्रोफेशनल मैकेनिकल, थर्मोडायनेमिक्स, रोबोटिक्स, काइनेमैटिक्स, स्ट्रक्चरल एनालिसिस, फ्ल्यूड मेकेनिक्स एवं कई अन्य क्षेत्रों में कार्य करते हैं। जिसके माध्यम से विभिन्न प्रकार की विनिर्माण इकाइयों की डिजाइन, मोटर व्हीकल, एयरक्राफ्ट और एयरोस्पेस पार्ट्स, इंडस्ट्रियल मशीनरी आदि की डिजाइनिंग एवं निर्माण के कार्य शामिल होते हैं। यही कारण है कि इस ब्रांच में रोजगार के प्रचुर अवसर उपलब्ध हैं और इनमें लगातार इजाफा होता जा रहा है।
यह कहना है श्री बालाजी इंजीनियरिंग कॉलेज, 8वां मिल, बैतूल के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के हेड ऑफ़ डिपार्टमेंट प्रोफेसर हेमंत दवन्डे का। प्रोफेसर दवन्डे कहते हैं कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग प्रोफेशनल विभिन्न प्रकार के इंजन, पॉवर प्लांट उपकरणों, हीटिंग एवं कूलिंग सिस्टम और अन्य जटिल मशीनरी की डिजाइन एवं निर्माण का कार्य मैकेनिकल इंजीनियर्स को करना होता है।
वहीं बदलते दौर में मैकेनिकल इंजीनियर्स को नैनो टेक्नोलॉजी, कंपोजिट मैटेरियल के विकास, बॉयोमेडिकल अप्लीकेशन के निर्माण, पर्यावरण संरक्षण, आदि के क्षेत्रों में भी कार्य करना होता है। मैकेनिकल इंजीनियरिंग प्रोफेशनल की जिम्मेदारी यह भी होती है कि वह समय-समय पर आधुनिकतम मशीनों या प्रक्रियाओं के इस्तेमाल के लिए सर्वोत्तम उपायों की सलाह दे। देश में मशीनरी के विकास में मैकेनिकल इंजीनियरिंग प्रोफेशनल्स की काफी भूमिका होती है, इसलिए मैकेनिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्राइवेट सेक्टर के साथ-साथ सरकारी संगठनों में भी जॉब के अवसर उपलब्ध होते हैं।
सरकारी विभागों एवं संगठनों मैकेनिकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कई प्रकार के पद होते हैं, जैसे– टेक्निशियन (मैकेनिकल), जूनियर इंजीनियर (मैकेनिकल), असिस्टेंट इंजीनियर (मैकेनिकल), सब-असिस्टेंट इंजीनियर (मैकेनिकल), सीनियर इंजीनियर (मैकेनिकल), एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (मैकेनिकल), चीफ इंजीनियर (मैकेनिकल), आदि इंजीनियरिंग से जुड़े कई सरकारी संगठनों में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के पदों पर अधिक समय तक कार्य करने वाले प्रोफेशनल्स को मैनेजमेंट कैडर में भी प्रोन्नत किया जाता है। (Career In Mechanical Engineering)