Bhakti Marg : कब और कैसे पूरी होंगी हमारी कामनाएं : प्रेमानंद महाराज

Bhakti Marg : कब और कैसे पूरी होंगी हमारी कामनाएं : प्रेमानंद महाराज

Bhakti Marg : हम सोचते हैं कि हम मंदिर गए, फूल मालाएं चढ़ा दी… बस इससे ही हमारी कामनाएं पूरी हो जाएंगी। लेकिन, ऐसा नहीं है। हमारी कामनाएं कब और कैसे पूरी होंगी, इस बारे में संत प्रेमानंद महाराज ने विस्तार से जानकारी दी है।

वे कहते हैं कि कामनाएं पूरी करवाने के लिए हमें तपस्या करना होता है। इंद्रियों को रोक कर भगवान के चिंतन में लगाओं। भजन साधन करों। उसके अनुसार आपको मिलेगा। वो भी पहले जब पाप नष्ट होंगे तब सुख का विधान आपको मिलेगा।

पहले नष्ट होते हैं पाप-अपराध

प्रेमानंद महाराज आगे कहते हैं कि लोगों को इस बात को लेकर दुविधा हो जाती है कि एक मंदिर गए, एक साल से रोज मंदिर जा रहे हैं पर हमारी कामना की पूर्ति नहीं हो रही। पर जरुरी यह है कि पहले आपके पीछे के अपराध और पाप तो नष्ट हो। इसके लिए उतना भजन करना होगा। इसके लिए भजन जरुरी है। उसके बाद सुख प्रदान करने वाली कामनाएं पूरी होती जाएंगी।

भगवान से मांगें या उन पर छोड़ दें

प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि यह आपका धैर्य है कि आप भगवान से मांगना चाहते हैं या फिर उन पर छोड़ देना है। यदि आप धैर्यवान हैं तो भगवान पर भरोसा रखना चाहिए। वे तो सर्वज्ञ हैं, सर्वशक्तिमान हैं। उन्हें सब पता है।

जिस तरह मां को पता है कि बच्चे को कब क्या देना है, उसी तरह भगवान हम भी भगवान के बच्चे हैं। मां की तरह भगवान को भी पता है कि कब क्या देना है। वे समय पर सब दे देंगे। यदि आपमें धैर्य नहीं है तो मांग लेना चाहिए।

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उत्तम मालवीय

मैं इस न्यूज वेबसाइट का ऑनर और एडिटर हूं। वर्ष 2001 से पत्रकारिता में सक्रिय हूं। सागर यूनिवर्सिटी से एमजेसी (मास्टर ऑफ जर्नलिज्म एंड कम्युनिकेशन) की डिग्री प्राप्त की है। नवभारत भोपाल से अपने करियर की शुरुआत करने के बाद दैनिक जागरण भोपाल, राज एक्सप्रेस भोपाल, नईदुनिया और जागरण समूह के समाचार पत्र 'नवदुनिया' भोपाल में वर्षों तक सेवाएं दी। अब इस न्यूज वेबसाइट "Betul Update" का संचालन कर रहा हूं। मुझे उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू पुरस्कार प्राप्त करने का सौभाग्य भी नवदुनिया समाचार पत्र में कार्यरत रहते हुए प्राप्त हो चुका है।

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