Betul Traffic Police : बैतूल। मोटर साइकिल के कानफाड़ू शोर से शहरवासियों को अब राहत मिलने की उम्मीद जगी है। पुलिस ने पहली बार इस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई की है। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी के निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी एवं SDOP सृष्टि भार्गव के मार्गदर्शन में यातायात पुलिस के द्वारा ध्वनि प्रदूषण फैलाने वाले साइलेंसर बेचने व लगाने वाले दुकान दारों के विरुद्ध बड़ी कार्यवाही की गई है।
बैतूल शहर में साइलेंसर से परेशान जनता द्वारा शिकायत पर यातायात पुलिस के द्वारा रॉयल एनफेल्ड शोरूम एवं ठीक उसी के सामने स्थित सी 2 कस्टम्स दुकान से अधिक शोर करने वाले साइलेंसर को जप्त किया एवं मौके पर पंचनामा बनाया गया। मौके पर कुल 25 नग साइलेंसर जप्त किए गए। रॉयल एनफिल्ड शोरूम में 3 नग डॉल्फिन साइलेंसर, पंजाबी साइलेंसर, छोटा पंजाबी साइलेंसर एवं C2 कस्टमंस दुकान में कुल 22 नग साइलेंसर जप्त किए गए। इनमें कोबरा, पंजाबी, इन्दौरी, डॉल्फिन, शार्क शामिल हैं। जब्त किए गए साइलेंसर का बाजार मूल्य 1 लाख रुपए से अधिक है। बताया जाता है कि जिले में बुलेट चालक द्वारा अधिक शोर करने के लिए अलग-अलग प्रकार के साइलेंसर लगाए जाते हैं जो की ध्वनि प्रदूषण करते हैं।
- Also Read : Gold-Silver Price Today : फिर सोने और चांदी की कीमत सातवें आसमान पर पहुंची, जानें आज के ताजा रेट
यह ध्वनि प्रदूषण से पीड़ित मरीजों के लिए तकलीफदेह सिद्ध हो रहा था। इन साइलेंसर की वजह से अत्यधिक ध्वनि प्रदूषण हो रहा है। इससे चिड़चिड़ापन एवं आक्रामकता के अतिरिक्त उच्च रक्तचाप, तनाव, श्रवण शक्ति का ह्रास, नींद में गड़बड़ी और अन्य हानिकारक शिकायतें लोगों को हो रही थीं। इसके अलावा तनाव और उच्च रक्तचाप, स्मृति खोना, गंभीर अवसाद और कई बार असमंजस के दौरे पैदा हो रहे हैं। यह बुलेट चालक कभी हॉस्पिटल के पास से गुजरते है तो कभी स्कूल-कॉलेज के सामने से जिससे कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अधिक शोर करने वाले साइलेंसर को जप्त करने में मुख्य भूमिका यातायात थाना प्रभारी सरविंद धुर्वे, एसआई रवि शाक्य, सूबेदार गजेंद्र केन, एएसआई बालमुकुंद रघुवंशी, प्रधान आरक्षक संतोष सरियाम, सिपाही अभिषेक वाडीवा, हंसराज गठिया की मुख्य भूमिका रही।